ओवैसी को जूते मारने पर 1 करोड़ का इनाम:अयोध्या में परमहंसाचार्य बोले- उल्टी-सीधी बयानबाजी करके राम मंदिर मामले में खराब कर रहे माहौल
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आने के साथ इस मुद्दे पर सियासत भी तेज हो रही है। अयोध्या के जगदगुरू परमहंसाचार्य ने AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी को जूता मारने पर 1 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है।
उन्होंने 2 मिनट 10 सेकेंड के वीडियो को जारी करके कहा कि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले असदुद्दीन ओवैसी उल्टे-सीधे बयान देकर देश का माहौल खराब कर रहे हैं। उन्हें एक जूते मारने पर एक करोड़ दिया जाएगा। उनको जितने जूते कोई मारेगा उसे उतने करोड़ का इनाम देंगे।
अब आपको परमहंसाचार्य का पूरा बयान पढ़वाते हैं…
‘कोर्ट की अवमानना और राष्ट्रद्रोह का मुकदमा हो’
जगदगुरू परमहंसाचार्य ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के प्रति अनास्था प्रकट करने के लिए औवेसी ने उस समय जहर उगल दिया है, जब देश राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों में जुटा है। वह देश में अशांति पैदा कर रहे हैं। मेरी मांग है कि ओवैसी के खिलाफ न्यायालय की अवमानना और राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। ऐसा नहीं होता तो उन्हें जूता मारने वाले का मैं एक करोड़ का इनाम दूंगा।
‘उन्हें देश की सुख-शांति पसंद नहीं आ रहा’
उन्होंने कहा कि ओवैसी ने राम मंदिर को लेकर देश में दंगा कराने के लिए यह घृणित बयान दिया है। इस बीच कोई घटना होती है तो उसके लिए वही जिम्मेदार होंगे। वह नफरत की राजनीति कर रहे हैं। उन्हें देश की सुख शांति और लोगों का सदभाव पसंद नहीं आ रहा है। वे हेट स्पीच दे रहे हैं। यह पूरी तरह असंवैधानिक काम कर रहे हैं।
अब आपको बताते हैं कि AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने राम मंदिर को लेकर क्या कहा है…
‘मस्जिद हमने गंवा दी और वहां क्या किया जा रहा है, आप देख रहे हैं’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन चीफ और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने राम मंदिर उद्घाटन से पहले बयानबाजी की है। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक वीडियो में ओवैसी अपने कौम के नौजवानों को अपनी ताकत बरकरार रखने और अपनी मस्जिदों को आबाद रखने की अपील करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वह कह रहे हैं कि नौजवानों मैं तुमसे कह रहा हूं, हमारी मस्जिद हमने गंवा दी और वहां क्या किया जा रहा है आप देख रहे हैं। नौजवानों, क्या तुम्हारे दिलों में तकलीफ नहीं होती।
अपनी ताकत को बरकरार रखिए। अपनी मस्जिदों को आबाद रखिए। कहीं ऐसा ना हो कि ये मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं। मुझे उम्मीद है, इंशाअल्लाह… आज का ये नौजवान जो कल का बूढ़ा होगा…वो अपनी नजरों को आगे रखकर, अपने दिमाग पर जोर डालकर सोचेगा कि किस तरीके से मुझे अपने आपको, अपने खानदान को, अपने शहर को, अपने मुहल्ले को बचाना है। इत्तेहाद एक ताकत है, इत्तेहाद एक नेमत है।
वह आगे कहते हैं कि जहां 500 साल हमने बैठकर कुरान-ए-करीम का जिक्र किया हो, आज वो जगह हमारे हाथ में नहीं है। नौजवानों, क्या तुमको नहीं दिख रहा कि तीन-चार और मस्जिदों को लेकर साजिश हो रही है, जिसमें दिल्ली की सुनहरी मस्जिद भी शामिल है। ये जो ताकतें हैं, तुम्हारे दिलों से इत्तेहाद को निकालना चाहते हैं। ये ऐसा क्यों चाहते हैं? क्योंकि मिल्ली गीरत को खत्म कर दिया जाए। वर्षों की मेहनत के बाद आज हमारा एक मुकाम हमने पैदा किया है। आपको इन चीजों पर गौर करना है।