ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल से पेट्रोल-डीजल की किल्लत, फल-सब्जी महंगे

देशभर के ट्रक ड्राइवर हिट एंड रन मामले में केंद्र सरकार के नए कानून के प्रावधानों को लेकर सोमवार से हड़ताल पर हैं। इसकी वजह से विभिन्न राज्यों में पेट्रोल-डीजल, सब्जी जैसी अति आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही पर असर दिख रहा है।

मध्य प्रदेश, राजस्थान, समेत 10 राज्यों से पेट्रोल-डीजल पंप ड्राई होने की खबरें हैं। यहां लोगों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। फल, सब्जी, दूध, कृषि के सामानों की सप्लाई प्रभावित हो रही है। कई जगह प्रशासन ट्रांसपोटर्स से संपर्क कर आपूर्ति बहाल करवाने में लगा है।

ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अध्यक्ष अमृतलाल मदान ने कहा, ‘अभी ट्रांसपोटर्स ने हड़ताल की घोषणा नहीं की है। इस पर फैसला मंगलवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में होगा। अभी ड्राइवर खुद ही गाड़ियां छोड़कर उतर रहे हैं। दूसरों को भी चलाने नहीं दे रहे हैं।

मध्य प्रदेश में ज्यादा असर दिखा, इंदौर में करीब 900 बसें बंद

मध्यप्रदेश में ज्यादा असर है। मप्र में एसोसिएशन के पदाधिकारी विजय कालरा ने कहा, प्रदेश में छह लाख ट्रक हैं। डेढ़ लाख ट्रक दो दिन से खड़े हैं। औपचारिक ऐलान से स्थिति बिगड़ सकती है। ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने कहा, देश में 95 लाख ट्रक हैं। 30 लाख से ज्यादा का परिचालन नहीं हो रहा है।

इसके अलावा, एमपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, छत्तीसगढ़, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश ​​​​​​में भी आज हालात बिगड़ सकते हैं।

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य शहरों के बस स्टैंड से बसें नहीं चल रही हैं। अकेले इंदौर में करीब 900 बसें बंद हैं। मध्यप्रदेश स्कूल बस सेवा संचालक समिति के अध्यक्ष शिवकुमार सोनी ने बताया कि मंगलवार को भी स्कूल बस और स्कूल वैन बंद रहेंगी। प्रदेश में कुल सवा लाख से अधिक स्कूल बसें और वैन चलती हैं। हड़ताल के चलते भोपाल के 5 स्कूलों में 2 जनवरी की छुट्‌टी कर दी गई है।

PHOTOS में देखें हड़ताल का असर…

नागपुर में देर रात तक पेट्रोल को लेकर मारा-मारी देखने को मिली। पेट्रोल पंपों पर भारी संख्या में पहुंचे थे।
नागपुर में देर रात तक पेट्रोल को लेकर मारा-मारी देखने को मिली। पेट्रोल पंपों पर भारी संख्या में पहुंचे थे।
भोपाल में बस और टैक्सी ड्राइवर्स की हड़ताल के कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर हिट एंड रन कानून को वापस लेने की मांग की।
भोपाल में बस और टैक्सी ड्राइवर्स की हड़ताल के कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर हिट एंड रन कानून को वापस लेने की मांग की।
राजस्थान के अजमेर में कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन करते ट्रक-ट्रेलर एसोसिएशन और ड्राइवर यूनियन के पदाधिकारी।
राजस्थान के अजमेर में कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन करते ट्रक-ट्रेलर एसोसिएशन और ड्राइवर यूनियन के पदाधिकारी।
यूपी के लखनऊ में बस बंद होने से यात्री परेशान दिखे।
यूपी के लखनऊ में बस बंद होने से यात्री परेशान दिखे।
जींद में बस और ऑटो ऑपरेटर्स सोमवार से हड़ताल पर हैं।
जींद में बस और ऑटो ऑपरेटर्स सोमवार से हड़ताल पर हैं।

इस मामले में वो सबकुछ, जो आपको जानना जरूरी है

1. हिट एंड रन कानून में क्या बदलाव किया गया है, किस बात का विरोध?
संसद से पारित और कानून बनी भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन के मामलों में ‘लापरवाही से मौत’ में विशेष प्रावधान किए गए हैं। इसके अनुसार यदि चालक के तेज और लापरवाही से गाड़ी चलाने से मौत होती है और ड्राइवर पुलिस या मजिस्ट्रेट को सूचना दिए बिना भाग जाता है, तो 10 साल तक की कैद और 7 लाख रुपए जुर्माना।

2. अब तक क्या कानून है?
आईपीसी की धारा 279 (लापरवाही से वाहन चलाना), ड्राइवर की पहचान के बाद 304ए (लापरवाही से मौत) और 338 (जान जोखिम में डालना) के तहत दर्ज किया जाता है। इसमें दो साल सजा का प्रावधान है। वाहन चालक दुर्घटना के बाद भाग जाते थे।

3. ड्राइवरों की चिंता?
मौके पर रहे तो भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है

ट्रकों की हड़ताल का आम आदमी पर असर
इस हड़ताल का आम आदमी पर सीधा असर देखने को मिल सकता है। ट्रकों की हड़ताल होने से दूध, सब्जी और फलों की आवक नहीं होगी और कीमतों पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा। वहीं, पेट्रोल-डीजल की सप्लाई रुकने के आसार हैं, जिससे लोकल ट्रांसपोर्ट और आम लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो सकती है।

भारत में 95 लाख से ज्यादा ट्रक हर साल 100 अरब किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करते हैं। देश में 80 लाख से ज्यादा ट्रक ड्राइवर हैं, जो हर दिन जरूरत का सामान एक शहर से दूसरे शहर ट्रांसपोर्ट करते हैं। हड़ताल के कारण इतनी बढ़ी संख्या में ट्रकों के रुकने से जरूरी चीजों की किल्लत हो सकती है।

राज्यों में हड़ताल के हालात…

राजस्थान: ट्रक-बसों के चक्के जाम, रोडवेज बसों का भी संचालन बंद

राजस्थान में सोमवार को शुरू हुआ विरोध मंगलवार (2 जनवरी) को भी जारी है। प्रदेश में ट्रक और ट्रेलर एसोसिएशन के साथ प्राइवेट बस ऑपरेटर्स भी हड़ताल पर उतर आए हैं। ए​हतियात के तौर पर रोडवेज बसों का संचालन सोमवार को बंद रहा। अलवर, अजमेर, जयपुर, भीलवाड़ा समेत अलग-अलग जिलों में इस कानून को लेकर विरोध किया गया और चक्का जाम किया।

 

छत्तीसगढ़: राज्य में सब्जियों की सप्लाई ठप, दाम बढ़े

छत्तीसगढ़ में भी सोमवार से शुरू हुई बस और ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल आज मंगलवार को भी जारी है। पेट्रोल की सप्लाई प्रभावित होने से कई बड़े शहरों में देर रात तक पेट्रोल पंप पर भीड़ लगी रही। वहीं, सब्जियों की सप्लाई रुकने से थोक मंडी तक गाड़ियां नहीं पहुंच रही हैं। इससे सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।

पंजाब: 45% पंप आज हो जाएंगे ड्राई, हड़ताल खत्म न हुई तो बिगड़ेंगे हालात

नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ पंजाब के ट्रांसपोर्टर और ट्रक चालक मंगलवार को भी लामबंद दिखे। इसका असर राज्य के सभी पेट्रोल पंप पर दिखने मंगलवार सुबह दिखने लगे। अगर आज शाम तक हड़ताल खत्म नहीं हुई तो पंप मालिकों के अलावा आम लोग भी दिक्कत में आ जाएंगे। संभावना है कि राज्य के 45 फीसदी पेट्रोल पंप ड्राई हो जाएंगे।

हरियाणा: 3 हजार पंपों में पेट्रोल-डीजल की कमी, मंडियों में भी दिखेगा असर

हरियाणा के पेट्रोल पंपों में अब एक हफ्ते का ही पेट्रोल-डीजल बचा हुआ है। आज मंगलवार को भी प्रदर्शनकारी कानून के खिलाफ नारेबाजी और चक्काजाम कर रहे हैं। ट्रक चालक पानीपत की रिफाइनरी और बहादुरगढ़ स्थित प्लांट से आज भी तेल नहीं भरवा रहे हैं। इससे पंपों पर तेल की कमी होने लगी है। इससे प्रदेश में 3 हजार पंपों पर पेट्रोल डीजल की कमी हो गई है

सिलसिलेवार पढ़ें हड़ताल का घटनाक्रम…

01 जनवरी, हड़ताल का तीसरा दिन: 900 बसें नहीं चलीं, पेट्रोल पंप पर भारी भीड़

हड़ताल के तीसरे दिन (1 जनवरी) छत्तीसगढ, राजस्थान, गुजरात, यूपी और पंजाब में चक्का जाम रहा। छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा, जगदलपुर सहित अन्य जिलों में स्टैंड से बसें नहीं निकली। वहीं मध्यप्रदेश के इंदौर में 900 बसें नहीं चलीं। भोपाल में लोग अपने वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाने पहुंचे तो पंपों पर भारी भीड़ लग गई। बालाघाट में भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा

31 दिसंबर, हड़ताल का दूसरा दिन: गुजरात में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज

गुजरात में ट्रक चालकों ने राजकोट-अहमदाबाद हाईवे बंद कराने की कोशिश की, जिससे लंबा जाम लग गया। इस दौरान भीड़ में से कुछ लोगों ने एक बस की खिड़की के कांच तोड़ दिए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। यहां कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। .

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने हिट एंड रन कानून को सख्त बनाने का विरोध किया है। संगठन के आह्वान पर ही चक्का जाम और हड़ताल शुरू हुई है। AIMTC की अगली बैठक 10 जनवरी को होगी। इसमें फैसला लिया जाएगा कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है, तो किस तरह से सरकार के सामने अपना पक्ष रखा जाए।

Leave A Reply

Your email address will not be published.