सावधान फिर आ रहा है तूफान 3 दिन तक है खतरा मौसम विभाग की चेतावनी

नई दिल्ली। सावधान फिर आने के संकेत तूफान के आपको बताते चलें कि पिछले तकरीबन एक पखवाड़े से रह-रहकर आंधी-तूफान का सामना कर रहे दिल्ली-एनसीआर पर खतरा टला नहीं है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के चलते आगामी तीन दिनों के दौरान दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, बल्कि देश के कई राज्यों में फिर आंधी-तूफान आ सकता है। इसका असर पहले से कहीं ज्यादा होगा।गुरुवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग में अधिकारी डॉक्टर के. सथीदेवी ने बताया कि अगले तीन दिनों तक दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी का मौसम बना रहेगा। सथीदेवी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर के साथ उत्तर पश्चिम इलाकों में आंधी-तूफान आने की संभावना है। राजस्थान में भी कमोबेश ऐसे ही हालात रहेंगे।एक दिन पहले बुधवार को मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया था कि देश के कई हिस्सों में शुक्रवार तक और ज्यादा आंधी-तूफान आने के आसार बन रहे हैं। कुलदीप श्रीवास्तव की मानें तो दिल्ली सहित भारत के कई हिस्सों में शुक्रवार तक आंधी-तूफान आने और तेज हवाएं चलने के आसार हैं।आइएमडी के मुताबिक, जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, कनार्टक के तटीय इलाकों, तमिलनाडु, पुडुच्चेरी और केरल जैसे राज्यों में आंधी-तूफान आने के आसार हैं। आईएमडी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में शुक्रवार तक ऐसा मौसम देखने को मिल सकता है।इससे पहले राजधानी दिल्ली के साथ एनसीआर में भी मंगलवार को आधी रात में आई आंधी ने फिर से कहर बरपा दिया था। इस आंधी में गोकलपुरी में दीवार गिरने से एक युवक की मौत हो गई, वहीं पूरी दिल्ली में 14 लोग इस तरह के हादसों के कारण जख्मी हो गए। घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।इस आंधी में करीब 59 पेड़ गिर गए, वहीं बिजली के 11 खंभे भी जमींदोज हो गए। इसके अलावा 14 वाहनों को भी क्षति पहुंची है। इनमें 13 कार व एक मोटरसाइकिल शामिल है। इसी तरह उत्तर प्रदेश में भी अचानक ओले ओर आंधी तूफान से काफी लोगो की मौत हो गई थी और जनजीवन बर्बाद हो गया था

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