औंग, फतेहपुर । औग थाना क्षेत्र के ग्राम हरचन्दखेड़ा में रविवार को भोर पहर अपने दो बच्चों को गुड़ में जहर खिलाकर फांसी के फंदे से झूल गई जिससे एक बेटे व मां की मृत्यु होने से पूरे गांव में कोहराम मच गया इस हृदय विदारक घटना को देखने के लिए आसपास के गांव के लोगों की सैकड़ों की संख्या थाना परिसर में लोग देखे गए। जानकारी के अनुसार उक्त गांव निवासी बलवंत पुत्र हरीलाल की 38 वर्षीय पत्नी सरला देवी ने मवेशी बांधने की बात को लेकर सास पचीना देवी से झगड़ा हुआ जिससे आहत होकर सरला ने अपने बड़े बेटे अंश 12 वर्ष की पिटाई कर दी, फिर भी सास से काफी देर तक कहासुनी होती रही। परेशान होकर रात में सरला देवी ने गुड़ में जहर मिलाकर अपने मंझिले पुत्र अंश 12 वर्ष व पुत्री अंशी 8 वर्ष को खिला दिया लेकिन अंशी ने उसे उसे उगल दिया। उसके बाद खुद भोर पहर सरला ने रस्सी के फंदे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताते चले कि सरला देवी का पति विनोदपाल पुत्र स्व0 भूरा थाना जहानाबाद के गांव पनेरुवा में 15 दिनों से मकान पुताई का काम कर रहा है। घटना की सूचना पाते ही सुबह अपने घर पहुंचा जिसने ससुराल त्रिलोकपुर थाना महाराजपुर जनपद कानपुर नगर में सूचना दी तो मृतका के पिता हरीलाल व भाई बलवंत तथा गांव के करीब एक सैकड़ा लोग घटना स्थल पर पहुंच गए।
मृतका के भाई ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप’
बहन के द्वारा आत्महत्या करने से आहत मृतका के भाई बलवंत ने पुलिस को लिखित तहरीर देकर पति व सास के विरुद्ध प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। तहरीर में खुलासा किया गया है कि सन 2008 में विवाह के पश्चात से ही उसे प्रताड़ित किया जाने लगा था। सन 2018 में भी वादी भाई व इसकी बहन सरला देवी के साथ मारपीट की गई थी जिसका समझौता थाने में हुआ था। और फिर उसे प्रताड़ित किया गया जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। वादी ने पति, सास, चचिया ससुर, जेठ सुरेश, पारिवारिक देवर पत्तर पाल के विरुद्ध गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम हेतु भेज दिया तथा मामला अक्रोशित होने पर पुलिस ने बड़ी सूझबूझ से भीड़ को अलग किया। चश्मदीद बनी 10 वर्षीय अंशी ने घटना का आंखो देखा हाल बताया लेकिन बेहिचक बयान से लगता है कि उसे ट्रेंड किया गया है। सूचना होने पर घटनास्थल पहुंचे एडिशनल एसपी विजय शंकर मिश्र व क्षेत्राधिकारी बिन्दकी सुशील कुमार दुबे ने मौके का मुआयना किया।