विजलेंस दर्ज करेगी पूर्व एमडी के बयान : छापेमारी के कई दस्तावेज जब्त

बसपा सरकार के दौरान हुए करीब 1400 करोड़ के स्मारक घोटाले में आरोपी राजकीय निर्माण निगम के पूर्व एमडी सीपी सिंह पर विजलेंस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सोमवार को आय से अधिक मामले में केस दर्ज करने के साथ बुधवार को उनके लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के ठिकानों पर छापे मारकर 6 से अधिक कंपनियों के जरिए काली कमाई के कई दस्तावेज जब्त किए।

विजिलेंस की जांच में अब तक छह ऐसी कम्पनियां सामने आई है, जिनमें सीपी सिंह निदेशक है और उनके जरिए लखनऊ से लेकर मुंबई, दिल्ली और उत्तराखंड तक संपत्तियां बनाई। विजलेंस की करीब 18 घंटे तक चली जांच पड़ताल में कई अहम दस्तावेज जब्त करने के साथ उन्हें नोटिस देकर बयान दर्ज कराने की तैयारी कर रही है।

सीपी सिंह से छापेमारी के दौरान की गई पूछताछ

विजलेंस सूत्रों का कहना है कि सीपी सिंह के लखनऊ स्थित घर पर छापेमारी के दौरान उनकी काली कमाई से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए। उनकी तबियत खराब होने की भी पुष्टि हुई है। इसके चलते जांच के दौरान ज्यादा पूछताछ नहीं हो सकी। उनको पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाने के लिए जल्द नोटिस भेजकर बुलाया जाएगा।

जांच में उनके मुंबई के पॉश इलाके में तीन फ्लैट के साथ ही गुरूग्राम, नोएडा, दिल्ली व उत्तराखंड में प्रापर्टी और निवेश के साक्ष्य मिले हैं। विजिलेंस की खुली जांच में सामने आया था कि अपनी आय से 28 प्रतिशत ज्यादा सम्पत्ति जुटाने के साक्ष्य मिले थे। अब विजिलेंस की टीम उन शहरों में जाकर पड़ताल करेगी, जहां सीपी सिंह ने प्रापर्टी और अन्य मद में अपनी काली कमाई का निवेश किया है।

परिजनों को बैंक लॉकर खोलने से किया मना
सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस ने तीन बैंक लॉकरों की जानकारी हुई थी। इनमें दो लॉकर सेंट्रल बैंक आफ इंडिया और तीसरा एक्सिस बैंक में है। विजिलेंस ने बुधवार को छापेमारी के दौरान सीपी सिंह और उनके घरवालों से लॉकर न खोलने की हिदायत दी थी।

गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे विजिलेंस की टीम ने बैंक जाकर लॉकर चेक किए। जहां पहले से ही मौजूद घर वालों को जांच होने तक बैंक लॉकर न खोलने के निर्देश दिए।

 

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