न्यूज़ वाणी संवाददाता
ओमप्रकाश गौतम
अतर्रा/बांदा। सरकार चाहे जिसकी हो भौकाल चलेगा तो सिर्फ बालू माफियाओं का बांदा जिले में बालू खदान संचालक बेखौफ हो कर नियम विरुद्ध खनन करने में जुटे हुए हैं साथ ही प्रतिबंधित मशीनों से अवैध खनन कर ही रहे हैं और कई बार नदी की जलधारा में भी खनन करने की तस्वीरें सामने आई हैं अब इतने बेखौफ हो गए हैं की अब जुर्म करने से भी नही कतरा रहे हैं। ऐसी ही तस्वीरें महुटा बालू खदान से सामने आई हैं जहां खदान संचालक नदी की जलधारा में रास्ता बनाने के लिए नीम के पेड़ काट रहे हैं और उसकी लकड़ियां नदी में डालकर पत्थरों से मूंद रहे हैं नदी किनारे नीम की पत्तियों की झाड़ साफ तौर पर देखी जा सकती हैं साथ ही यह जानकारी ग्रामीणों ने भी दी है कि यह सब हो रहा प्रशासन की सह पर पूरा मामला अतर्रा थाना अंतर्गत महुटा बालू खदान का है जहां बालू खदान संचालक नदी की जलधारा प्रभावित कर अवैध पुल तो बना ही रहे हैं साथ ही उसमे नीम की लकड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं जो की कानूनी जुर्म है किसी भी परिस्थितियों में प्रशासन की बिना अनुमति के नीम के पेड़ को काटा नहीं जा सकता लेकिन महुटा खदान संचालक नीम के पेड़ काट रहे हैं और नदी पर अवैध पुल बना रहे हैं इसके पहले इस खदान की अवैध खनन की तस्वीरें सामने आईं थी जिसके बाद प्रशासन ने जो कार्रवाई की वह ऊंट के मुंह में जीरा मात्र थी तभी इस खदान संचालक की इतनी हिमाकत हुई की औषधीय गुणों वाले बेस कीमती पौधे को काटा भी और नदी की जलधारा में रास्ता बनाने के लिए इसका प्रयोग भी किया फिर इसके ऊपर पत्थर डालकर धक दिया गया नदी किनारे इसके प्रमाण भी दिखे जहां नीम की पत्तियों के झाड़ पड़े मिले वही इस बात की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों ने फोनकर दी और वीडियो बनाकर भी भेजा अब देखने वाली बात होगी की क्या प्रशासन थोड़े से राजस्व के लिए खदान संचालकों के ये गुनाह भी माफ कर देगा और आंखों में पट्टी बांध लेगा।