न्यूज़ वाणी संवाददाता
ओमप्रकाश गौतम
अतर्रा/बांदा। गांव कुस्बू और मजदूरों को स्वच्छ करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत करोड़ों रुपए खर्च करके व्यवस्थाएं की जा रही हैं लेकिन जिन कर्मचारियों के मध्य इन व्यवस्थाओं को छोड़ा गया है वही स्वच्छ भारत मिशन को तिरंगा दिखाने पर आमदा है पूरा प्रकरण विकासखंड नारायणी ग्राम पंचायत लोधौरा के मजरा एचवारा का है जहां पर तैनात सफाई कर्मचारी विनोद यादव सरेआम जिम्मेदारों के आंख में धूल झोंक रहा है। कभी गांव में सफाई करने नहीं जाते हैं गांव में बजबजाती नालियां कूड़े के ढेर इस बात का साफ सबूत दे रही है। आप की जानकारी के लिए बता दे की सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत की आबादी के हिसाब से कही दो तो कही चार कर्मी उपलब्ध करवा रखे है। हमारी जानकारी के अनुसार इस मजरे में दो कर्मी है लेकिन विनोद यादव जो काम के प्रति अकारमंड और अधिकारयों की को सेट करने में इतना माहिर है की वह कही भी रहे कभी धरातल में काम नहीं करता। गांव के निवासियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया की आज तक सफ़ाई कर्मी गांव नही आया और ना ही कभी सफाई करता है। ग्राम प्रधान से मिलीभगत करके फर्जी हाजरी लगाकर सरकार से लगातार वेतन प्राप्त कर रहा है। ब्लाक विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त सफ़ाई कर्मी की लिखित शिकायत ब्लाक प्रमुख से की गई थी जिसको उन्होंने एडीओ पंचायत को लिखा था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुईं हमे यह भी जानकारी मिली है की सफ़ाई कर्मी विनोद यादव ने बांदा डीपीआरओ से मिलीभगत करके सारा मामला अपने पक्ष में कर लिया है। जब डीपीआरओ से फोन से जानकारी ली गई तो उन्होंने जानकारी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।