खुला भ्रष्टाचार, सरकार को माफियाओं की चुनौती,बंथरा वल्क डिपो में!
शाहजहाँपुर:उ०प्र०:29 मई 2019
(न्यूज़ वाणी ब्यूरो इमरान सागर)
सरकारी मशीनरी के मुँह पर तमाचा मार माफ़िया करबा रहे बंथरा वल्क डिपो के बाहर टैंकरों से डीजल, पेट्रोल व केरोसिन की खुलेआम चोरी! स्थानीय व जिला प्रशासन साबित हो रहा बौना!
चोरी और सीनाजोरी, तेल के बडे खेल में किस किसका है मेल ?
जिले के तेज तर्रार डीएम व एसपी के आदेश के बाबजूद नहीं रुक रही तेल की चोरी! डिपो के मेंन गेट के सामने ढाल पर खड़े टैंकरों से निकाले जानेे बाले तेल को छिपाने अथवा कुछ देर के भंडारण के लिए सड़क किनारे बनाई गयी हैं दर्जनों कोठरियाँ! रात दिन निरन्तर होता है यह अबैध कारोबार!
शाहजहाँपुर बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ग्राम बन्थरा में भारत सरकार के अन्तर्गत चलने वाला इन्डियन ऑयल का बल्क आयल डिपो जिससे प्रदेश सहित नेपाल तक पेट्रोल, डीजल व कैरोसीन तेल की टैकंरो द्वारा प्रतिदिन भारी सप्लाई होती है! डिपो से तेल भरक बाहर निकले वाले टैंकरो से तेल चोरी कराने वाले माफियाओं ने जहाँ टैंकर चालको पर दबंगई चला कर उन्हे सड़क किनारे तेल चोरी के लिए जबरन रोकने का काम काम कर रहे हैं तो वही मासूम और नौनिहालो से खुलेआम चोरी करा रहे हैं!
ज्ञात हो कि विगत सप्ताह तोल चोरी के इस खेल को कथित मीडिया कर्मी द्वारा कैमरे के कैद कर लिया गया था! मामला यह था कि उधर से कथित मीडिया कर्मियों का गुजर हुआ, उस समय डिपो के मेन गेट के सामने अतिक्रमण किये झोपड़ियों के पास नेपाल के टैंकरो से तेल चोरी कर बड़ी कैनो में करके उन्हे झोपड़ियों में रखा जा रहा था, उक्त सभी मीडिया कैमरो में कैद हुआ! गल्ती से माफियाओं की नज़र पड़ी तो उन्होेने मीडिया कर्मियों को हाईवे पुल के नीचे आ घेरा और फिर काफी हंगामा काटा हांलाकि बाद में उक्त वीडियों को डिलीट करना पड़ा!
एक कथित तेल माफिया के अनुसार:-हमे प्रशासनिक संरक्षण है, यहाँ हमारी हुकुमत चलती है और वह इस लिए कि तेल चोरी हमारी रोटी रोजी है और इसे कोई बन्द नही करा सकता, हम मीडिया पर पूरी नज़र रखवाते है और खुद भी रखते हैं, जिससे वे सत्यता का वीडियों बना कर प्रशासन के सामने प्रस्तुत नही कर पाते! उसने यह भी बताया कि इस तेल चोरी के खेल में स्थानीय पुलिस व प्रसाशन से लेकर जिला स्तर के अनेको अधिकारियों और जिले की कथित मीडिया को माह में अतिरिक्त कमाई हम लोग कराते हैं!
चोरी और सीना चोरी:-मासूम नौनिहालो को स्कूली शिक्षा से वंचित कर तेल चोरी कराने के मामले में बताया गया कि इनके परिवारिक मुखियाओं को शराब के लिए प्रतिदिन रकम़ कौन देगा, उन बच्चो से काम हम नही कराते बल्कि यह सब उनके गार्जियन की कमी है जो हमें कम पौसो में लेवर मिलती है और उनको खाना तथा उनके पीने वाले को शराब!
स्थानीय स्तर पर प्रशासन द्वारा तेल चोरी की पुरजोर खिलाफत:-विगत माह अनेको शिकायतो पर स्थानीय स्तर पर पुलिस व प्रशासन तेल चोरी का लगातार इंकार करता रहा परन्तु स्टिंग ऑपरेशन के चलते बनाये गये वीडियो क्लिप दिखाने पर स्थानीय प्रशासन का भले ही थूक सूख गया हो लेकिन तेल चोरी रोकने में माफियाओं के विरूध कोई ठोस कार्यवाही देखने को नही मिली!
बताया गया कि डिपो गेट के सामने अतिक्रमण की गई कोठरियाँ, डिपो प्रबन्धन के संरक्षण में चाट पकौड़ी, चाय बिक्री सिर्फ एक दिखावा है क्यूंकि चोरी किया गया सारा का तेल कैनो में भर कर यहीं स्टॉक किया जाता है! इसके साथ ही सड़क किनारे खड़े वृक्षो की आड़ में कभी ईख और धान व गेहूँ की फसल भी चोरी के तेल को सुरक्षित करने में पूरी मदद करती है!
माह की तय तारीख पर भरपूर मिठाई मिलने के बाद कैसे पड़ेगा छापा:-सूत्रो की माने तो स्थानीय स्तर पर पुलिस और प्रशासन को बन्थरा बल्क ऑयल डिपो से बड़े पैमाने पर सरकारी तेल की चोरी कराने वाले माफियाँ तय तारीख पर बढ़िया से बढ़िया मिठाई घर बैठे पहुंचते हैं हां लेकिन जब इस तेल चोरी खेल को बन्द कराने का ऊपर से दबाव बनता है तो माफियाओं और पुलिस की मिली भगत से छोटी मजदूरा मछलियों पर सरकारी मुकदमा लिखवा कर उन्हे जेल में ठूस दिया जाता और उसका भी उन्हे पूरा मेहनताना दिया जाता है!