-मानसिक पूजा को बताया सर्वश्रेष्ठः आचार्य राघव महाराज
-भगवान की लीलाओं को सुनकर भक्त हुए भाव विभोर
अमौली, फतेहपुर। अमौली ब्लॉक के ग्राम बबई के महामहेश्वर धाम में शहीद प0 राम दुलारे तिवारी के स्मृति में श्रीमद्भागवत कथा के साथ धार्मिक आयोजन किया जा रहा है । आज पंचदिवसीय रुद्रमहायज्ञ के चतुर्थ दिवस पर यज्ञाचार्य श्रीनारायण शास्त्री ने आचार्यों के साथ गौरी गणेश पूजन, कलश पूजन व सभी देवी देवताओं का आव्हान किया गया। यज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में रामबाबू शुक्ल अपनी पत्नी सहित उपस्थित रहे। आचार्य ने बताया कि यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है, जन कल्याण के लिए अत्यन्त आवश्यक है। श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस में सच्चा बाबा आश्रम, प्रयागराज से पधारे आचार्य श्री राघव जी महाराज ने मानसिक पूजा को सर्वश्रेष्ठ बताया। भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न विवाह जामवती विवाह, भद्रा विवाह, लक्ष्मणा विवाह आदि विवाह किया। ब्राह्मण के छः कर्म बताए पहला विद्या अध्ययन करना, दूसरा विद्या अध्ययन करवाना, तीसरा स्वयं यज्ञ करना, चैथा यज्ञ करवाना, पांचवा दान देना और छठवां दान लेना। श्रीकृष्ण- सुदामा चरित्र के भावुक वर्णन कर सुनकर भक्त भाव विभोर हुए। कल 21 बटुको का यज्ञोपवीत संस्कार श्री महामहेश्वर धाम बबई में किया जाएगा। कार्यक्रम में महेश शुक्ल व उनकी पत्नी रानी देवी ने परीक्षित बन कथा श्रवण किया। कथा सुनने के लिए दूर दूर से लोग सैकड़ों की संख्या में महिलाएं बच्चे व बुजुर्ग पहुच रहे है। इस मौके पर सियादुलारी, गीता, ओमप्रकाश तिवारी, पवन पाण्डेय, लखन सेंगर, मयंक द्विवेदी, अमित तिवारी, विकास सिंह, सूरजबली उमराव, अरुण तिवारी, शिवशंकर, रमई, जनार्दन प्रसाद, सहित कई लोग उपस्थित रहे।