फतेहपुर। धाता पुलिस, सर्विलांस व इंटेलिजेंस विंग की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली। 21 फरवरी को थाना धाता के अढौली गांव में महिला की स्वयं के पुत्र द्वारा हत्या कर शव को छुपाने के मामले में पंजीकृत अभियोग में नामित अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक मीडिया से रूबरू होते हुए बताया की 21 फरवरी को धाता थाना पर रोशन सिंह पुत्र घनश्याम सिंह निवासी अढौली द्वारा सूचना दी गई की जब वह राजापुर चित्रकूट में हनुमान मंदिर गया था और घर वापस आया तो पत्नी प्रभा देवी घर पर नहीं मिली तो पुत्र हिमांशु से पूछने पर बताया गया की मामा के यहां गई है किंतु देर शाम तक पत्नी घर नहीं लौटी तो ससुराल में जानकारी किया तो पता चला कि वह वहां नहीं गई है। इस दौरान पुत्र हिमांशु घर से कहीं निकल गया।गांव के लोगों से सूचना मिली कि एक महिला की लाश एरई गांव अंतर्गत यमुना नदी के किनारे पड़ी है जो पत्नी प्रभादेवी की है। हिमांशु ने पत्नी प्रभादेवी की हत्या कर शव को ले जाकर छिपा दिया।इस सूचना पर धाता पुलिस द्वारा मुकदमा पंजीकृत किया गया। विवेचनात्मक कार्यवाही के क्रम में नामित अभियुक्त हिमांशु को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की गई। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया की धाता थाना अध्यक्ष उप निरीक्षक वृंदावन राय, उप निरीक्षक कृष्ण कुमार यादव, कांस्टेबल बृजेश कुमार, महिला कांस्टेबल विभा तिवारी, इंटेलिजेंस विंग के निरीक्षक विद्या यादव, उप निरीक्षा दिवाकर सिंह, सर्विलांस टीम उप निरीक्षक शैलेश कुमार सिंह के द्वारा घटना को लेकर तहकीकात की गई जिसमें जो तथ्य निकाल कर सामने आए उसमें अभियुक्त हिमांशु दो भाई हैं जिसमें हिमांशु के भाई अंकुर सिंह को उसके बड़े पिता लाल सिंह द्वारा गोद लिया गया। हिमांशु अपने माता-पिता के साथ ग्राम अढौली में रहकर पिता के साथ कृषि कार्य में सहयोग करता है। हिमांशु करीब डेढ़ वर्ष से ऑनलाइन जुपी गेम खेलता था जिसमें करीब 400000 हार चुका था। गेम में हारे गए रुपया अपने हित मित्रों से उधार लिए गए थे जिसे उनके द्वारा वापस मांगा जा रहा था। हिमांशु के घर पर करीब 25 दिन पूर्व निर्माण कार्य चल रहा था जिसमें मृतिका प्रभा देवी की जेठानी द्वारा प्रयागराज से जारी दूरभाष बताया गया कि घर में मजदूर काम कर रहे हैं तथा अलमारी में जेवरात रखे हैं। हिमांशु को अलमारी में उसकी बड़ी मां के रखे जेवरात की जानकारी हो गई तथा वह धीरे-धीरे अलमारी से जेवरात निकालकर कम कीमत पर बेंच डाला। जिसकी जानकारी माता-पिता को होने पर उसके द्वारा हिमांशु पर जेवरात वापस लाने हेतु सख्ती बढ़ती गई।20 फरवरी को पिता द्वारा रोशन सिंह द्वारा चित्रकूट जाते समय हिमांशु को जेवरात वापस लाने हेतु हिदायत कर दो तीन थप्पड़ भी मारे गए।रोशन सिंह के जाने के उपरांत मृतक प्रभा देवी द्वारा हिमांशु को भला बुरा कहते हुए जेवरात हर दशा में वापस लाने हेतु कहा गया। इस दौरान प्रभादेवी को भूसे के कमरे में चारा काटने के दौरान हिमांशु द्वारा गले में कपड़े की रस्सी डालकर गला घोट कर हत्या कर दी गई। इस दौरान हिमांशु द्वारा मां प्रभा देवी की हत्या उपरांत स्वयं के ट्रैक्टर ट्राली को भूसे वाले कमरे के दरवाजे पर लगाकर शव को भूसे की जाल में लपेटकर नहर के किनारे से होकर ग्राम ऐरई यमुना नदी तट पर ले जाया गया अभियुक्त हिमांशु द्वारा माह दिसंबर में अपने माता-पिता का बीमा भी कराया गया था और इस तरीके से पुलिस ने मां की हत्या के जुर्म में बेटे हिमांशु को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की गई।