भाजपा के कुलजीत सिंह संधू ने चंडीगढ़ सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव जीत लिया है। वहीं डिप्टी मेयर के पद पर भाजपा के राजिंदर शर्मा ने गठबंधन की निर्मला देवी को दो वोट से हराया है। भाजपा को 19 वोट और गठबंधन को 17 वोट मिले।
सीनियर डिप्टी मेयर के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन का एक वोट कैंसिल हुआ है। चुनाव में भाजपा को 19 वोट और गठबंधन को 16 वोट मिले हैं। एक वोट कैंसिल हुआ है। माना जा रहा है कि अकाली दल के हरदीप सिंह ने फिर से भाजपा को वोट दिया है।
जीत के बाद सांसद किरण खेर ने कहा कि मैं आज खुश हूं कि हम आज जीते हैं, आज भी एक वोट अमान्य हुआ तो किसी ने खिलाफ में वोटिंग की होगी… सभी भाजपा के पक्ष में हैं और देश में अब सबका रुख भाजपा की ओर है। कांग्रेस के कई बड़े नेता अब भाजपा में हैं, हिमाचल प्रदेश में अभिषेक मनु सिंघवी हार गए वह भी सबने देखा। भाजपा काम करती है, प्रधानमंत्री लोगों के लिए काम करते हैं और यही कारण है कि सभी भाजपा को पसंद करते हैं।
इससे पहले 11:12 मिनट पर वोटिंग खत्म हुई। सांसद किरण खेर ने पहला वोट डाला। उनके वोट डालने से पहले पार्षद सौरभ जोशी उनके पास आ गए, जिसको लेकर सदन में हंगामा हो गया। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने आरोप लगाया कि मतदान से पहले कोई पार्षद अपनी सीट से उठकर मतदान डालने वाले के पास कैसे जा सकता है। हालांकि बाद में मेयर के समझाने के बाद मामला शांत हो गया।
सदन में पीठासीन अधिकारी मेयर कुलदीप कुमार और डीसी विनय प्रताप सिंह भी मौजूद हैं। वोटिंग के लिए मेयर ने डेढ़ घंटा तय किया है। आम आदमी पार्टी से बीजेपी में गए तीनों पार्षदों ने अपना वोट डाल दिया है।
वोटों की गिनती से पहले नगर निगम के संयुक्त सचिव गुरिंदर सिंह सोढ़ी के मेयर के साथ बैठने को लेकर भाजपा ने हंगामा शुरू कर दिया है। भाजपा के सौरभ जोशी ने आपत्ति जताई है कि क्या वह नियमों के अनुसार ऐसा कर सकते हैं।
वहीं चंडीगढ़ डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि मामला पंजाब का है, पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस आपस में मिले हुए हैं… भाजपा के पास नंबर है।
भाजपा में गए तीनों पार्षद सीधे चुनाव में पहुंचे
हाल ही में भाजपा में गए वार्ड नंबर-16 की पार्षद पूनम, वार्ड नंबर-19 की पार्षद नेहा और वार्ड नंबर-20 के पार्षद गुरचरणजीत सिंह काला अभी तक शहर से बाहर थे। बताया जा रहा है कि पहले वो तीनों पंचकूला के एक निजी होटल में थे। इसके बाद पीडब्ल्यूडी हाउस और अब बरवाला में कहीं थे। भाजपा को डर है कि आम आदमी पार्टी उनसे फिर संपर्क करके उन्हें पार्टी में वापस लाने की कोशिश करेंगे इसलिए उन्हें बाहर रखा गया है। तीनों पार्षद सोमवार को ही सीधे नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में पहुंचे।