पहले शराब पिलाई, उसके बाद बच्चियों से गैंगरेप कर वीडियो बनाया:हफ्ते में पीड़ित परिवार में 3 सुसाइड, पुलिस के अब भी खाली हाथ

हमीरपुर उत्तर प्रदेश -दो सगी बहनें, एक की उम्र 14 साल, दूसरी की 16 साल। परिवार UP के घाटमपुर में ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करता है। 28 फरवरी की शाम घरवालों के साथ खाना खाया, फिर दोनों बाहर चली गईं। देर रात तक नहीं लौटीं, तो परिवार परेशान हो गया। दोनों बच्चियों ने एक दिन पहले यानी 27 फरवरी को ही पिता से शिकायत की थी कि ईंट-भट्ठे के ठेकेदार के बेटे रज्जू और भांजे संजय ने उनके साथ गलत काम किया है।

पिता बच्चियों को खोजते हुए सीधे उस ईंट-भट्ठे पर पहुंचे। दोनों बहनों की बॉडी पास ही एक बेर के पेड़ से लटकी हुई मिलीं। दोनों की पहले ही मौत हो चुकी थी। पीड़ित परिवार का आरोप है कि बच्चियों के साथ गैंगरेप कर उनका वीडियो बनाया गया था, इसलिए उन्होंने सुसाइड कर लिया।

आपको बता दें कहानी सिर्फ इतनी ही नहीं है। 6 दिन बाद 6 मार्च को 16 साल की विक्टिम लड़की के पिता ने भी सुसाइड कर लिया। आरोप है कि आरोपी की मां उन्हें धमका रही थी। पुलिस ने अब पीड़ित परिवारों के घर सुरक्षा बढ़ा दी है। ठेकेदार, उसके बेटे और भांजे को अरेस्ट कर लिया है। खबर लिखे जाने तक 8 मार्च को ठेकेदार की पत्नी भी गिरफ्तार हो गई है।

14 साल की बच्ची के पिता उस दिन की पूरी घटना बताते हैं, ‘27 फरवरी को भट्ठे के ज्यादातर लेबर छुट्टी पर थे। एक शादी थी, इसलिए मैं हमीरपुर गया था। शाम को करीब 5 बजे भट्ठे से भतीजे का फोन आया। उसने बताया कि दिन में ठेकेदार का बेटा रज्जू और भांजा संजय घर आए थे। उन्होंने बच्चियों के साथ जबरदस्ती की है। दोनों रो रही हैं, आप जल्दी घर आ जाइए।’

‘मैं सारे काम छोड़कर घाटमपुर भागा। घर पहुंचा तो दोनों बच्चियां मुझसे लिपटकर रोने लगीं। उन्होंने बताया कि दोपहर में रज्जू और संजय घर आए थे। उन्होंने हमें जबरन सिगरेट और शराब पिलाई। फिर नशे की हालत में हमारा वीडियो बना लिया। वो वीडियो दिखाकर हमारे साथ गंदा काम किया।’

14 साल की विक्टिम के पिता आगे बताते हैं, ‘बच्चियों की बात सुनकर हम ठेकेदार रामरूप के घर गए। वो हमसे बहस करने लगा। हमसे मारपीट भी की। वहां मौजूद लोगों ने उसे रोका। हम लौट रहे थे, तब ठेकेदार ने मुझसे कहा कि बेटी की जिंदगी चाहते हो तो मुंह बंद रखना।’

‘अगले दिन, 28 फरवरी को भट्ठे पर लोग बच्चियों के बारे में बात करने लगे। आरोपियों के पास उनका वीडियो होने की बात फैल गई। मुझे पता चला तो मैं फिर से ठेकेदार के घर गया। उसने फिर मेरे साथ बदतमीजी और मारपीट की।’

‘कुछ नहीं सूझा तो मैं घर लौट आया। बेटी ने मुझे खाना दिया और कुछ देर बाद टॉयलेट जाने की बात कहकर बाहर चली गई। 2 घंटे हो गए, वो वापस नहीं आई। उसकी मां परेशान हो रही थी। हम दोनों बेटी को ढूंढने निकले। तभी पता चला कि बड़े भाई की बेटी (16 साल की विक्टिम) भी 2 घंटे से घर पर नहीं है।’

‘रात करीब 10 बजे हम बच्चियों को खोजते-खोजते ईंट-भट्ठे पर गए। भट्ठे से सटे खेत की पगडंडी पर बेटी की चप्पल दिखी। हम उसी रास्ते पर आगे गए। वहां बेर के पेड़ पर दोनों बच्चियों की लाश दुपट्टे से लटक रही थीं।’

बच्चियों की मौत को 6 दिन ही बीते थे कि 16 साल की विक्टिम के पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। विक्टिम की मां बताती हैं, ‘बेटी की मौत के बाद भी ठेकेदार का परिवार हमें परेशान कर रहा था। पहले ठेकेदार और उसके बेटे ने जीना हराम कर रखा था, हम गांव लौटे तो उसकी पत्नी निर्मला हमें धमकी देने लगी। कहती थी कि केस वापस ले लो, नहीं तो रेप का केस लगाकर तुम लोगों को जेल भिजवा दूंगी।’

‘पति ने घाटमपुर थाने में 3 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। इसके बाद ठेकेदार के घरवाले हमें परेशान करने लगे। उसकी पत्नी निर्मला हमारे घर के सामने आकर गालियां देती थी। मेरे पति से कहती थी कि केस वापस नहीं लोगे, तो अच्छा नहीं होगा।’

‘निर्मला की धमकियों से मेरे पति परेशान थे। वे रात में सो भी नहीं पा रहे थे। 6 मार्च की सुबह वे बिना किसी को बताए घर से चले गए। गांव से एक किमी दूर पेड़ पर फांसी लगा ली। खेत पर काम कर रहे लोगों ने उन्हें देखा, तब हमें पता चला।’

तीन पॉइंट्स पर रुकी पुलिस की जांच
कानपुर में नाबालिग बहनों की मौत के 8 दिन बीत चुके हैं। आरोपी ठेकेदार रामरूप, उसका बेटा रज्जू और भांजा संजय जेल में हैं। हमीरपुर पुलिस की टीम रोज पीड़ित परिवारों से मिल रही है। कानपुर पुलिस के अधिकारी भी फोन पर कॉन्टैक्ट में हैं। हालांकि, पुलिस की जांच तीन पॉइंट्स पर रुकी है।

1.घाटमपुर थाने के इंस्पेक्टर प्रतीप कुमार सिंह कहते हैं, ‘नाबालिग बहनों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का फाइनल कंक्लूजन तभी आ पाएगा, जब विसरा रिपोर्ट की डिटेल्स सामने आएंगी। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों के पैनल ने मौत की वजह का साफ तौर पर खुलासा नहीं किया है।उन्होंने दोनों बहनों का विसरा प्रिजर्व किया था, जिसे पुलिस ने जांच के लिए लखनऊ लैब भेजा। अभी हमें फाइनल रिपोर्ट का इंतजार है। इसके आने के बाद ही चचेरी बहनों की मौत की वजह पता चलेगा।’

2. घाटमपुर ACP रंजीत कुमार सिंह कहते हैं, ‘पुलिस को अभी आरोपियों के मोबाइल फोन से कोई आपत्तिजनक वीडियो या फोटो नहीं मिले हैं। मोबाइल का डिलीट हो चुका डेटा रिकवर करने के लिए फोन साइबर सेल भेजा है। अगर डेटा रिकवरी में कुछ आपत्तिजनक मिलता है तो उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।’
पॉइंट 3:मामले की जांच में शामिल कानपुर के एक पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न करते हुए बताया कि एक विक्टिम के पिता ने सुसाइड कर लिया है। हम इस एंगल से भी जांच कर रहे हैं कि बदनामी के डर से बच्चियों की ऑनर किंलिंग तो नहीं की गई। फिर सच सामने आने के डर से पिता ने आत्महत्या कर ली हो।

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