फतेहपुर । विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान (01 अप्रैल से 30 अप्रैल, 2024 तक) एवं दस्तक अभियान(10 अप्रैल से 30 अप्रैल 2024 तक) का नगर पालिका परिषद सदर में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना ने गुब्बारे उड़ाकर अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान एवं दस्तक अभियान में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, बाल विकास, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज, शिक्षा, नगर निगम, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांग कल्याण, चिकित्सा शिक्षा विभाग को जो दायित्व सौंपे गए है आपस में समन्वय बनाते हुए टीम भावना के साथ जिम्मेदारी के साथ शत प्रतिशत अभियान को सफल बनाए। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों के बारे में जागरूकता फैलाए साथ ही लोगो को स्वच्छता के बारे में जागरूक करे क्योंकि संचारी रोगो के उत्पन्न होने में गंदगी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसलिए अपने आस पास साफ सफाई रखे और मच्छर से बचाव हेतु सभी उपाय करे। अपने घरों में कूलर, पानी की टंकियो की साफ सफाई नियमित करे, पानी बदलते रहे। उन्होंने कहा कि परिवार में जब कोई सदस्य बीमार होता है तो आर्थिक, मानसिक, शारीरिक रूप से समस्याएं आती है, से बचने के लिए सावधानी बरते साथ ही बीमार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराकर इलाज कराए। उन्होंने कहा कि आशा, आंगनबाड़ी घर-घर जाकर 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों अथवा क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्ति पाए जाय तो उनके घर के प्रमुख जगह पर स्टीकर लगाए साथ ही चिकित्सा परामर्श दे और बुखार के रोगियों की सूची, आई0एल0आई0(इन्फ्लूएंजा लाईक इलनेस)रोगियों की सूची, क्षय रोग के लक्षणयुक्त रोगियों की सूची, कुष्ठ रोग, फलेरिया रोग एवं कालाजार रोग के लक्षणयुक्त रोगियों चिन्हित करे साथ ही नागरिको से संचारी रोगों के नियंत्रण की जानकारी भी साझा करें। उन्होंने उपस्थित आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं नागरिकों को शपथ दिलाई किदृकोई भी बुखार दिमागी बुखार हो सकता हैं। दिमागी बुखार जानलेवा हो सकता और रोग के उपरान्त शारीरिक और मानसिक विकलांगता भी ला सकता हैं। इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने का खतरा हमारे प्रदेश के 1-15 वर्ष के बच्चों को हैं। हम दिमागी बुखार से हमारे गांव, ब्लाक, जनपद और प्रदेश को मुक्त कराने के लिये प्रतिबद्ध हैं। हम शपथ लेते है कि दिमागी बुखार (नवकी बीमारी) से इस लड़ाई में हर सम्भव प्रयास करेंगे कि हमारे परिवार और समुदाय में कोई भी बच्चा दिमागी बुखार का शिकार न हों। हम शौच के लिये शौचालय का प्रयोग करेगें और सभी को यही करने के लिये प्रेरित करेगें। हम अपने ब्यक्तिगत साफ-सफाई का ध्यान रखेंगें, अपने घर के आस पास साफ-सफाई रखेंगें, अपने गांव के वातावरण को स्वच्छ रखेंगे तथा समुदाय को साफ-सफाई एवं स्वच्छता अपनाने के लिये प्रेरित करेगें। यदि कोई बच्चा हमारे गांव में बुखार से पीड़ित होगा, उसके परिवार को तुरन्त इलाज के लिये सरकारी अस्पताल जाने हेतु प्रेरित करेगें। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 इस्तियाक अहमद ने बताया कि संचारी/संक्रामक रोग ऐसे रोग है जो एक रोगग्रस्त व्यक्ति से दूसरे स्वास्थ्य व्यक्ति में दूषित भोजन, जल के प्रयोग से तथा कीटों, जानवरों आदि के सम्पर्क में आने से फैलते है। ये विभिन्न रोगजनित कारकों जैसे-प्रोटोजोआ, कवक, जीवाणु, विषाणु इत्यदि होते हैं। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) धीरेन्द्र प्रताप, जिला मलेरिया अधिकारी डा0 सुजाता ठाकुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब सिंह यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी उपेन्द्र राज सिंह, नगर पालिका परिषद सदर अधिशासी अधिकारी समीर कश्यप ने भी संचारी रोगो के बचाव के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी, आंगनबाड़ी, आशा कार्यकत्री सहित संबंधित उपस्थित रहे।