सूख गई पंद्रह किलोमीटर पाण्डु नदी, किसान चिंतित
चैडगरा, फतेहपुर। जनपद की सीमा छिवली से होकर कुटिया गुनीर के पास गंगा की धारा में समाहित होने वाली पाण्डु नदी करीब पन्द्रह किलोमीटर पहले ही गंगा में समा जाने से लगभग पच्चीस गांव का उक्त नदी से सम्पर्क खत्म हो गया है। जिससे नदी के तटवर्ती गांव के लोगों के माथे में चिंता की लकीरें दिख रही है। पड़ रही भीषण गर्मी तथा नदी की धारा में अचानक परिवर्तन से भौगोलिक स्थिति बदल गई है । ज्ञात हो कि छिवली गांव से होकर उक्त नदी ग्राम कुटिया गुनीर के पास गंगा में मिली थी। जिनकी लम्बाई इस घटना से करीब पन्द्रह किलोमीटर छोटी हो गई है।अभयपुर के ग्राम प्रधान रामदास ने चिन्ता जाहिर करते हुए बताया है कि उक्त धारा सूख जाने से करीब चालीस गांव के मवेशियों को पीने के पानी के लिए बहुत बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। मानिकपुर, शिवराजपुर, थानपुर, सगुनापुर, लाल खेड़ा, दुलीखेड़ा, बसन्ती खेड़ा, पुरानी कटरी, कृष्णापुर, मदोकीपुर, भाऊपुर, दुधीककगार, कुटिया, गुनीर तक करीब चालीस से अधिक गांव में घोर संकट पैदा हो गया है। उपरोक्त गावों में अचानक आए पाण्डु नदी में जल संकट से मूंग, उर्द, चारा सब्जी आदि फसलों में इसका व्यापक असर पड़ सकता है। बिन्दकी फार्म से कुटिया गुनीर तक लगभग पचास फीसदी खेतों की सिंचाई पाण्डु नदी से ही होती थी। इस समस्या को देखते हुए अगले महीने आसपास की बाजारों में सब्जी की आवक में भारी कमी की आशंका जताई जा रही है।