-सुहागन महिलाओं को पिलाया ठंडा शरबत
फतेहपुर। बट सावित्री व्रत के अवसर पर तमाम महिलाएं बरगद के वृक्ष के नीचे बैठकर बरगद की पूजा किया और अपने पति के लंबी उम्र की कामना किया। इस दौरान महिलाओं ने बताया कि वह निर्जला व्रत रहकर जब तक पूजा नहीं कर लेती हैं तब तक उपवास रखती हैं। पूजा के बाद शरबत पीकर व्रत को तोड़ती है। लेकिन जब तक वट वृक्ष की पूजा नहीं हो जाती तब तक पानी का एक घूंट भी नहीं पीती हैं। महिलाओं ने कहा की तपिश भरी गर्मी में भले ही चाहे जितनी प्यास लगे लेकिन इस व्रत को रखने में एक अलग ही मजा है। उन्होंने कहा इस दिन बड़ी संख्या में महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र को लेकर वट वृक्ष की पूजा करती हैं, खरबूजा चढ़ाती हैं, आरती उतारती हैं। इसके बाद अपने पति की घर में आकर आरती उतारती हैं और पैर छूकर आशीर्वाद लेती हैं। वही ईश्वर से प्रार्थना करती हैं, कि लंबे समय तक उनके पति जीवित रहे और हर वर्ष वह इसी प्रकार वट वृक्ष की पूजा करें। शहर के विद्यार्थी चैराहे में मानव मंगल संस्थान की अध्यक्ष संगीता द्विवेदी के नेतृत्व में बट सावित्री पूजा के उपलक्ष में शरबत वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बट वृक्ष की पूजा करने आई तमाम महिलाओं ने पूजा करने के बाद शरबत पीकर तपिश भरी गर्मी में अपनी प्यास बुझाई। वही अध्यक्ष संगीता द्विवेदी ने बताया कि पिछले 14 वर्षों से मानव मंगल संस्थान के द्वारा बट सावित्री व्रत पूजा के दिन शरबत वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। इस अवसर पर किरण पांडे, मीरा पटेल, राज कश्यप, विपिन तिवारी, विनय तिवारी, जुनैद, संदीप, महेश मौर्या, करुणा शुक्ला, पूनम राज सहित तमाम लोग मौजूद रहे। हम आपको बता दें की बट सावित्री का व्रत महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं और जब तक बट वृक्ष की पूजा नहीं कर लेती हैं तब तक पानी का एक घूंट भी महिलाएं नहीं पीती हैं। बट वृक्ष की पूजा करने के बाद महिलाएं शरबत पीकर और चना खाकर व्रत को तोड़ती है। यह व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है और तमाम सुहागिन महिलाएं की माने तो इस व्रत को रहकर उन्हें सुकून का भी एहसास होता है।