-चोरी के झूठे आरोप में दबंगों ने घर से ले जाकर पुलिस के हवाले किया
-पीड़ित महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार
फतेहपुर। पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह के दिशा निर्देशन पर जहां पुलिस अपराधियों पर नकेल कसे है वही कुछ पुलिस की निष्क्रियता के चलते पुलिस पर सवालिया उंगलियां उठने पर मजबूर हो जाती है ऐसा ही एक मामला गाजीपुर थाने की शाह चैकी का आया है जिसमे पुलिस द्वारा दो युवकों को पिछले चार दिनों से चैकी में बैठा उन पर यातनाएं कर जबरन चोरी का मामला कबूलवा रही है। चैकी में बंद दोनो युवकों के परिजन पुलिस अधीक्षक की चैखट पर जाकर एक शिकायती पत्र देकर अवगत कराया। बताते चलें कि गाजीपुर के शाह निवासी मुन्नू व स्वर्गीय भोला की पत्नी माधुरी एवं शकुंतला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि गांव के ही स्व. रमेश तिवारी के पुत्र सत्य प्रकाश तिवारी उर्फ बड़का व शिव प्रकाश तिवारी विगत 8 जून को रात्रि 8 बजे प्रार्थिनी के घर आएं तथा ट्रक से मोरम उतरवाने की बात कहकर विनोद कुमार पुत्र मुन्नू व शनि पुत्र भोला को घर से चार पहिया वाहन नंबर यूपी-71वी/7999 से ले गए। जहां आरोपियों ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर विनोद व शनि को झूठे चोरी का आरोप लगाकर मारा पीटा। रात्रि लगभग 10 बजे शाह चैकी ले गए। पीड़ितों ने बताया कि वहां पुलिस से साठ गांठ कर उनके पुत्रों को पुलिस ने बांध कर मारा पीटा जिससे विनोद व शनि को गंभीर चोटे आई हैं। परिजनों को उनसे पुलिस मिलने भी नही दे रहे हैं। पीड़ित महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर बताया कि गांव के ही आत्मा राम पुत्र चरण ने पुत्रों को छुड़ाने के लिए 50000 हजार रुपए की मांग की। विनोद व शनि मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि पुलिस चार दिनों से उनके पुत्रों को चैकी में बंद कर यातनाएं कर रहे हैं। दबंग सत्य प्रकाश तिवारी व बड़का शिव प्रकाश तिवारी उर्फ भूरा से सांठ-गांठ कर जबरन चोरी के आरोप में जेल भेज रही हैं। यही नहीं थाना पुलिस व शाह चैकी पुलिस दो बार पीड़ितों के घर जाकर छानबीन की लेकिन वहां से उन्हें खाली हाथ आना पड़ा। ऐसा ही एक मामला किशनपुर थाना पुलिस द्वारा देखने को मिला जहां 5 लोगों को थर्ड डिग्री देकर बेरहमी से पीटा था। पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह से न्याय की गुहार लगाई थी। ठीक उसी तरह का मामला शाह चैकी का देखने को मिल रहा है। अगर समय रहते आलाधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो खाकी पर दाग लगना संभव है।