जैविक कृषि मेले मे बोले वैज्ञानिक जैविक खेती है हल आज नही तो कल

फतेहपुर। भिठौरा विकास खंड के मवई गाँव के पंचायत भवन परिसर में आयोजित कृषि विभाग की सर्विस प्रोवाईडर मनोरमा डबराल जनकल्याण समिति देहरादूँन उतराखंड द्वारा नमामि गंगे योजनान्तर्गत एक दिवसीय जैविक कृषि मेला एवं प्रदर्शनी में किसानो को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया। केवीके थरियाव के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डा0 जगदीश किशोर ने जैविक खेती की तकनीकी समझाते हुए फसल सुरक्षा के तरीके बताये। कीट नियंत्रण के लिए नीम की निंबौरी व फेरोमेनट्रैप उपकरण दिखाकर समझाया। डास कीट से बचाव के लिए उपाय बताये। कहा की जैविक खेती आज की जरूरत है। भूमि उपजाऊ बनी रहे इसके लिए जैविक खेती करे। आज भूमि मे जीव ही नही बच रहा। प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षक वीरेंद्र यादव ने जीवामृत, बीजामृत, घनजीवामृत के उपयोग बताते हुए कहा की आज किसान मेहनत कम करना चाहता और लाभ ज्यादा अगर पुरानी पद्धति को अपनाकर खेती करे तो लागत कम और आय अधिक होगी। जैविक मेले की अध्यक्षता योजना प्रभारी रवि कुमार व संचालन आलोक गौड़ ने किया। मुख्य रूप से पीजीएस से दुष्यन्त यादव, प्रवीण कुमार, ऋतुराज, विपिन, अजय, सुशील, रवि रावत, रोहित यादव, गौरव पांडेय, आशीष, शैलेश पाल, महेंद्र सिंह, गोरेलाल व्यास, भीम सिंह यादव, रमेश चंद्र गुप्ता, ओमप्रकाश सिंह आदि रहे।

 

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