न्यूज वाणी
कारगिल विजय दिवस के शुभ अवसर पर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया
फतेहपुर:– देश में 25 वां करगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है। स्वतंत्र भारत के सभी देशवासियों के लिए 26 जुलाई का यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच 26 मई 1999 में करगिल में युद्ध की शुरुआत हुई थी। लगभग 60 दिनों तक चला यह युद्ध 26 जुलाई को समाप्त हुआ और इसमें भारत विजय हुआ। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के वीर सपूत विजय पाल सिंह करगिल युद्ध में दुश्मनों से मुकाबला करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए थे। शहीद की याद में आज भी उनके परिजनों की आंखें नम हो जाती हैं, वहीं उन्हें इस बात का फख्र भी है कि उनका बेटा दुश्मनों के छक्के छुड़ाते हुए देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी।फतेहपुर के अमौली ब्लॉक के छोटे से गांव झाऊपुर के रहने वाले रामसागर यादव के दो बेटे थे। इनमें बड़ा बेटा विजयपाल यादव राजस्थान के जोधपुर में 10 पैरा कमांडो में तैनात थे। करगिल में जंग में विजय पाल भी शामिल थे। विजय पाल ने दुश्मनों से मुकाबला करते हुए एक चौकी फतह कर ली थी। 10 जून 1999 को तड़के करीब 4 बजे विजय पाल पर दुश्मनों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया। इसमें जांबाज विजयपाल शहीद हो गए थे।
इसके बाद 16 जून को शहीद विजय का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा था। यहां जांबाज विजय पाल के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोगों का जन सैलाब उमड़ पड़ा था। इस दौरान सैन्य अधिकारियों और जिला प्रशासन के अफसरों की मौजूदगी में राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। इस कारगिल विजय दिवस के शुभ अवसर पर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में बड़े धूमधाम के साथ पूर्व सैनिक और अन्य गणमान्य नागरिकों की मौजूदगी में मनाया गया इस अवसर पर कारगिल के युद्ध में शहीद होने वाले विजयपाल यादव की माता जी श्रीमती सुखदेई देवी को जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में कार्यरत ऑफिसर इंचार्ज कर्नल दिनेश कुमार शर्मा (रिटायर्ड) द्वारा सम्मानित किया गया कार्यक्रम में भाग लेने वाले रियाज अहमद अब्दुल हमीद जयशंकर तिवारी रजिया बेगम विजय दिवस में शहीद होने वाले विजयपाल यादव के भाई अजय कुमार सिंह यादव के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे!
जागेश्वर फौजी वरिष्ठ संवाददाता