फतेहपुर। नगर स्थित महर्षि विद्या मन्दिर में विश्व शान्ति के लिए गठित सहस्र शीर्षा देवी मंण्डल के तत्वाधान में विद्यालय परिसर में हरियाली तीज का आयोजन श्री गुरु परम्परा पूजन से हुआ। यह उत्सव सावन मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शंकर को पतिरूप में पाने के लिए माँ पार्वती ने 107 जन्मों तक कठिन साधना की। तत्पश्चात् 108 वें जन्म में भगवान शंकर ने उन्हें अपनी अद्र्धांगिनी रूप में स्वीकार किया। मनुष्य स्वभाव से ही प्रकृति प्रेमी रहा है। आसमान में उमड़ते घुमडते मेघ पपीहे की पुकार व सावन की पुढार से खुश होकर सुहागिन महिलायें भगवान शंकर व देवी पार्वती की आराधना अखण्ड सौभाग्य प्राप्त करने के लिए करती है। विद्यालय की शिक्षिकाओं ने पूर्ण इरित परिधान धारण कर तुलसी के पौधे रोपित कर प्रकृति पूजा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। विद्यालय की छात्राओं के मध्य जूनियर और सीनियर वर्ग के लिए मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित हुई। जूनियर वर्ग में गौरी दीक्षित (8ई) ने प्रथम स्थान तथा तृप्ति सिंह 7 डी द्वितीय स्थान पर रहे। सीनियर वर्ग में इश्मा खान 12वीं प्रथम स्थान दीपाली 11 जी द्वितीय व सुमाना 11 ई तृतीय स्थान पर रहे। विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि यह उत्सव नारी सशक्तिकरण को समर्पित है। नारी सुरक्षा सम्मान, स्वावलम्बन ही परिवार समाज व राष्ट्र में सुख शान्ति व समृद्धि ला सकता है। कार्यकम का समापन सामूहिक भावातीत ध्यान से हुआ।