भारत मुक्ति मोर्चा ने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
– जाति आधारित जनगणना एवं संख्या के अनुपात में हिस्सेदारी सहित उठाई कई मांगे
एसडीएम के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजते भारत मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारी।
फतेहपुर। जाति आधारित जनगणना एवं संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में हिस्सेदारी सहित नौ मुद्दों को लेकर भारत मुक्ति मोर्चा के किए जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के प्रथम दिन कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तत्पश्चात एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर सभी मांगों को पूरा किए जाने की आवाज उठाई।
मंगलवार को भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष कामता प्रसाद की अगुवई में पदाधिकारी व कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपकर बताया कि देश में राजनैतिक पार्टियांे द्वारा तरह-तरह के मुद्दे उठाए जा रहे हैं, लेकिन जाति आधारित जनगणना एवं संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में हिस्सेदारी को लेकर किसी भी प्रकार के मुद्दे नहीं उठाए जा रहे हैं। जिसके लिए हम देश के 32 राज्यों में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। मांग किया कि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना कराई जाए, संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में ओबीसी को हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाए, एससी, एसटी का संख्या के अनुपात में आरक्षण बढ़ाया जाए, ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू होने के बाद अब पचास प्रतिशत आरक्षण की सीमा समाप्त हो गई है, इसलिए जब तक जाति आधारित जनगणना नहीं होती तब तक मंडल कमीशन के आंकड़ों के मुताबिक ओबीसी को 52 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाए, ओबीसी से असंवैधानिक क्रीमीलेयर हटाया जाए तथा एससी पर क्रीमीलेयर लगाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को वापस लिया जाए, केंद्र सरकार द्वारा ओबीसी के विकास के लिए बजट न देने व एससी, एसटी के विकास के लिए भी पर्याप्त बजट न देने के विरोध में, बिहार में जाति आधारित गणना के बाद ओबीसी, एससी, एसटी के बढ़ाए आरक्षण पर हाईकोर्ट की रोक को सुप्रीम कोर्ट ने भी जारी रखा है इसलिए बिहार आरक्षण को संविधान की नौवी अनुसूची में डाला जाए, कई राज्यों में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण भी लागू नहीं है इसलिए सभी राज्यों में तत्काल मंडल कमीशन में बताई गई ओबीसी संख्या के आधार पर उसी अनुपात में आरक्षण लागू किया जाए। इसके अलावा अन्य मांगे भी शामिल रहीं। इस मौके पर मुन्ना लोधी, लक्ष्मण, आनंद लोधी, रज्जन सिंह लोधी, राम विशात्म, बाबू, राम प्रसाद, चंद्रमणि भास्कर एडवोकेट, उपेंद्र कुमार एडवोकेट, नौशाद अली, संतोष कुमार, पुष्पेंद्र सिंह यादव, अवधेश कुमार यादव, अजीत सिंह एडवोकेट सहित तमाम लोग मौजूद रहे।