प्रेमनगर, फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही कागजों में प्रदेश की सभी गढ्ढा युक्त सड़कों को गढ्ढा मुक्त कर दिया हो। लेकिन धरातल पर कुछ और ही दिखाई दे रहा है। जानकारी के मुताबिक बता दें कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-3( बैच-1) के अंतर्गत जी०टी० रोड मार्ग से बुदवन हाइवे होते हुए प्रेमनगर की तरफ आने वाली सड़क का निर्माणकार्य हुआ था। जोकि इन दिनों यह सड़क खूब सुर्खियों में है। आखिरकार सुर्खियों में क्यों न हो, क्योंकि 1197.27 लाख रुपए की लागत से 12.390 किलोमीटर लम्बी सड़क का निर्माण हुआ है, और 6 जुलाई वर्ष 2022 में फतेहपुर से भाजपा की सांसद व केंद्रीयमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने इसी सड़क का फीता काटकर उद्धघाटन किया था। लेकिन दो साल में ही इस सड़क की हालत खस्ताहाल हो गई है। क्योंकि यह सड़क इन दिनों बड़े-बड़े गढ्ढो में तब्दील हो चुकी है। जिसके चलते सड़क पर लोगों का चलना दुश्वार हो गया है। कभी-कभी तो आवागमन भी पूरी तरह से बाधित हो जाता है। इतना ही नहीं इसी सड़क होते हुए सैकड़ों की तादात में नन्हे-मुन्ने बच्चे प्रेमनगर स्थित स्कूलों में पढ़ने भी जाते है। सड़क के खराब होने से कभी-कभी बच्चे हादसे के शिकार भी हो जाते हैं, और जब बारिश का आलम हो तो सड़क में जल भराव जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। सड़क में जल भराव होने की वजह से कई बार पढ़ने वाले बच्चों को रास्ते से ही अपने घर वापस जाना पड़ जाता है। सड़क में बड़े बड़े गढ्ढे होने की वजह ओवर लोड डम्फर हैं। क्योंकि चैबीसों घंटे यानी की रात और दिन बुदवन हाइवे से प्रेमनगर की तरफ गिट्टी, मोरम से लदे ओवर लोड डम्फर चालक टोल टैक्स बचाने के चक्कर में इसी सड़क होते हुए गैरजनपद आते-जाते रहते हैं। क्योंकि बुदवन हाइवे से कुछ ही दूरी पर टोल प्लाजा बना हुआ है। टोल टैक्स न देना पड़े ओवर लोड डम्फर चालक इसी रोड का बेबाकी से इस्तेमाल करते हैं। कभी-कभी तो प्रेमनगर तिराहे पर लंबी जाम लगने की स्थिति पैदा भी हो जाती है, और सड़क हादसे के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं। इतना होने के बावजूद भी जिम्मेदार अलाधिकारी बेखबर रहते हैं। ऐसे में अब यह भी सवाल उठना लाजमी है कि क्या चैबीसों घण्टे चलने वाले गिट्टी, मोरम से लदे ओवर लोड डम्फरो की जानकारी स्थानीय अलाधिकारियों को नहीं है। अगर जानकारी है तो फिर क्या कर रहे हैं। या फिर अब तक ओवर लोड डम्फरो के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।