खीरी पुलिस का अजीबो गरीब कारनामा,वाहन बिना पेपर सीज बिना पेपर ही रिलीज।
लखीमपुर-खीरी।जब सइयां भये कोतवाल तो डर काहे का यह कहावत तिकुनिया पुलिस सत्यार्थ कर रही है बतातें चलें की नियमो को ताख पर रख कर उगाही करने में माहिर पुलिस का चहेरा फिर एक बार उजागर हुआ है बीते दिनों में सी ओ निघासन कि गस्त में एक ट्रैक्टर ट्राली पकड़ा गया था जिसे सी ओ निघासन ने तिकुनिया पुलिस के हवाले कर दिया था।जिस पर पुलिस ने बिना कागज वाहन चलाये जाने पर उसे सीज कर दिया था सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त सीज ट्रेक्टर ट्रॉली एक खनन माफिया का है जिसका अभी तक रजिस्टेशन नही हुआ है न ही उसके कोई नम्बर हैं। उक्त ट्रैक्टर ट्राली अवैध खनन में प्रयुक्त होता है।अवैध खनन की सूचना पर मौके पर मय फोर्स पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी निघासन ने ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ने के लिये उसका पीछा किया वाहन चालक इतना चालाक निकला की उसने ट्रैक्टर भगा कर ट्राली में भरी बालू कहीं पलट दी सी ओ निघासन ने उक्त ट्रैक्टर ट्राली का पीछा करते हुये उसे क्लेशहरण चौराहे के पास पकड़ लिया और आवश्यक कार्यवाही के लिये उसे तिकुनिया पुलिस के हवाले कर दिया तिकुनिया पुलिस ने उक्त वाहन को बिना कागज चलाये जाने पर सीज कर दिया सीज ट्रैक्टर ट्रॉली को छुड़वाने के लिये खनन माफिया सक्रिय हो गया।गौरतलब है कि वाहन बगैर कागज सीज हुआ था और नियमों की अनदेखी में बगैर कागज ही रिलीज हो गया जिसके चलते स्थानीय पुलिस सवालों के घेरे में है। जब उसे बिना कागज ही रिलीज करना था तो उसे सीज ही क्यों किया गया क्या इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है की क्या पुलिस ने धन उगाही तंत्र मंत्र सिद्ध करने के लिये ऐसा किया। इस बावत में जब वाहन का रिलीज आर्डर जारी करने वाले पुलिस क्षेत्राधिकारी निघासन रविन्द्र वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सीज किया गया ट्रैक्टर फाइनेंस पर है जिसका 80,000 हजार देना शेष है।इसलिए डिलवरी पेपर फाइनेंस कम्पनी अपने पास रखे है डिलीवरी पेपर की फोटो कापी सम्मिट कराने के बाद ही गाड़ी छोड़ी गयी।
ब्यूरो चीफ अरुण सिंह लखीमपुर खीरी