राजकीय महिला महाविद्यालय में जिंबॉब्वे गणराज्य में भारत के राजदूत ने ऑनलाइन व्याख्यान द्वारा संबोधित किया

फतेहपुर। सोमवार को डॉ0 भीमराव अंबेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक क्लब के तत्वाधान में 10 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान माला के समापन दिवस के अवसर पर प्राचार्य प्रो.गुलशन सक्सेना के निर्देशन में स्वामी विवेकानंद का संपूर्ण जीवन दर्शन विषय पर व्याख्यान ब्रह्मा कुमार आईएफएस जिंबॉब्वे गणराज्य में भारत के राजदूत द्वारा दिया गया। अपने व्याख्यान में छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व में भारतीय दर्शन विशेष रूप से वेदांत और योग को प्रसारित करने में स्वामी विवेकानंद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।1893 में शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में उन्होंने भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म का झंडा फहराया ।विवेकानंद ने राष्ट्रवाद में धार्मिक सिद्धांत की नींव रखी। उनका विचार था कि भविष्य में धर्म भारत के राष्ट्रीय जीवन की रीढ़ होगा।भारत को मजबूत बनाने के लिए धार्मिक एकता जरूरी है। स्वामी जी सच्चे देशभक्त और राष्ट्रवादी थे उन्होंने जोर देखकर कहा अपने आप को पहले भारतीय मानो, दक्षिणी या उत्तरी के रूप में मत सोचो ।यह स्वामी विवेकानंद ही हैं जो वेदांत के आधार पर समानता की अवधारणा की व्याख्या करते हैं।भारत को एक धर्मनिरपेक्ष ढांचे की आवश्यकता थी और विवेकानंद के विचार इसके प्रेरणा स्रोत बने। अपने व्याख्यान में उन्होंने कहा कि स्वामी जी का मानना था कि जिस राष्ट्र का युवा जागरूक और अपने उद्देश्यों के प्रति समर्पित होता है वही राष्ट्र अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर होता है । आगे उन्होंने कहा कि, स्वामी विवेकानंद ऐसी शिक्षा प्रणाली को देश के लिए उपयुक्त समझते थे जो व्यक्ति को जीवन में अपने आने वाले संघर्ष के लिए तैयार करे और उसे इस योग्य बनाए कि वह चुनौतियों का डटकर सामना कर सके। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो.गुलशन सक्सेना ने कहा कि स्वामी जी का जीवन दर्शन आज के दौर में अत्यधिक प्रासंगिक है ।विवेकानंद जैसे महापुरुष मृत्यु के बाद भी जीवित रहते हैं और अमर हो जाते हैं तथा सदियों तक अपने विचारों और शिक्षा से लोगों को प्रेरित करते हैं। विवेकानंद का राष्ट्रवाद न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बाद बल्कि मानववाद की प्रेरणा देता है । स्वामी जी विश्व संदेश अत्यधिक मूल्यवान है। कार्यक्रम का संचालन स्वामी विवेकानंद संस्कृतिक क्लब ऑनलाइन कार्यक्रम प्रभारी डॉ. चारू मिश्रा द्वारा किया गया। आज ही महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ.गुलशन सक्सेना के निर्देशन में मिशन शक्ति फेस-5 के अंतर्गत महिलाओं के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 1090,108,112 आदि अपने गली, मोहल्ले या गांव की दीवारों पर वॉल राइटिंग की गई। वॉल राइटिंग में महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को अवगत कराना है कि आपातकालीन परिस्थितियों में महिलाओं की मदद के लिए देश भर में कॉल किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार स्कूल-कॉलेज जाने वाली लड़कियों से लेकर कामकाजी महिलाओं के बीच इन हेल्पलाइन नंबर की जानकारी देने के लिए अभियान चला रही है इसलिए यह हमारा कर्तव्य बनता है देश की महिलाओं को इन हेल्पलाइन के बारे में जागरूक किया जाए इसी के साथ महिलाओं को अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतने की बेहद जरूरत है, वहीं आकस्मिक स्थिति में मदद के लिए जरूरी हेल्पलाइन की जानकारी होना भी बेहद जरूरी है।कार्यक्रम का आयोजन मिशन शक्ति नोडल अधिकारी डॉ शकुन्तला डॉ जिया तसनीम एवं डॉ राजकुमार के द्वारा संपन्न कराया गया। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने छात्राओं के इस प्रयास की सराहना की। कार्यक्रम में प्रो. सरिता गुप्ता, प्रो. मीरा पाल, प्रो. शकुंतला, प्रो. लक्ष्मीना भारती, प्रो. श्याम सोनकर, प्रोफेसर प्रशांत द्विवेदी, शरद चंद्र राय, रमेश सिंह, वसंत कुमार मौर्य, डॉ चंद्रभूषण, डॉ. जिया तसनीम, अनुष्का छौंकर, डॉ राजकुमार और आनंदनाथ सहित बड़ी संख्या में छात्राएं भी उपस्थित रहीं।

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