किशनपुर, फतेहपुर। किशनपुर चार दिन पूर्व हुए पत्रकार दिलीप सैनी हत्याकांड पर लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पत्रकार की हत्या का मामला अब गांव की गलियों तक गूंजने लगा है। गांव गांव पोस्टर बैनर लगा मृतक पत्रकार को न्याय व हत्यारों को फांसी देने की मांग की जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी के पत्रकार दिलीप सैनी की चार दिन पूर्व आपसी विवाद में चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। पत्रकार की हत्या के बाद परिजनों व जनपद भर के पत्रकारों में गुस्सा था। पुलिस ने पत्रकार की हत्या के मामले में नौ नामजद समेत सात अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था। जिसमें से पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से आज भी दूर है। मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से पत्रकारों में गुस्सा हैं। वहीं अब पत्रकार की हत्या के मामले को लेकर आम जनमानस में भी आक्रोश देखा जा रहा है। क्षेत्र के लोग गांव गांव चैराहों, दुकानों व मुख्य स्थानों पर पोस्टर बैनर लगा मृतक पत्रकार दिलीप सैनी को न्याय देने व हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। एक दिन पूर्व ही स्थानीय पत्रकारों ने श्रद्धांजलि अर्पित करने का कार्यक्रम रखा था। उस दौरान भी व्यापारियों ने हिस्सा लेकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नारेबाजी कर विरोध जताया था। बताया जा रहा है कि स्थानीय पत्रकारों को देख क्षेत्र के लोग भी हत्यारों के खिलाफ आक्रोशित हो गए हैं और जगह जगह पोस्टर चस्पा कर विरोध प्रकट कर रहे हैं।
समाजसेवियों ने भी पत्रकार की हत्या को बताया निंदनीय
क्षेत्र के रहने वाले समाजसेवियों ने भी पत्रकार की हत्या के मामले दुःख प्रकट किया है। समाजसेवी धर्मेंद्र दीक्षित ने बताया कि पत्रकार लोकतंत्र का हिस्सा है। माफियाओं द्वारा लगातार पत्रकारों को डराने-धमकाने का काम किया जा रहा है जो निंदनीय है। पूरा क्षेत्र मृतक पत्रकार दिलीप सैनी के साथ हैं हत्यारों को सजा दिलाने के लिए अंत तक लडा जाएगा। वहीं मड़ौली गांव निवासी समाजसेवी रामबहादुर सिंह ने बताया कि पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या निंदनीय है। पत्रकारों के सुरक्षा के लिए सरकार को नया कानून बनाना चाहिए जिससे पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान की जा सकें।