गर्रा नदी पर बढ़ रहा अतिक्रमण, प्रशासन लगा गोमती सफाई में!
शाहजहाँपुर:उ०प्र०:०७ जुलाई:१९
(न्यूज़ वाणी ब्यूरो इमरान सागर)
शहर की बीच से होकर गुजरने वाली गर्रा और खन्नौत नदियाँ पूरी तरह अतिक्रमण से युक्त होती जा रही हैं! अक्सर दोनो नदियों से खुलेआम बालू खनन होता नज़र आता हैं, यहाँ तक कि नदियों की रेतीली भूमि के बड़े रक़बो पर आवासीय कालोनियाँ बनती जा रही हैं और बचे खुचे बहते पानी को नगर का पानी ही दूषित नही कर रहा बल्कि किनारो पर कूड़ा कचरा जमा स्वच्छ भारत मिशन को खुलेआम पलीता लगाया जा रहा है लेकिन इस सबको दरकिनार कर जिला प्रशासन मुख्यालय से लम्बी दूरी पर स्थित पुँवाया से होकर गुजरने वाली गोमती नदी की सफाई को अधिक माहत्व देने में लगा है!
उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले में समस्त जनप्रतिनिधि पूरी तरह सत्ता शासित हैं लेकिन सौन्द्रीकरण के नाम पर मीडिया की सुर्खियाँ बटोरने का मौका किसी को गवाते नही देखा! शहर के बीच से होकर गुजरने वाली गर्रा नदी जिसमें अक्सर बालू खनन होते देखने को मिलता है! हनुमान मन्दिर गर्रा पुल के पास नदी पर अतिक्रमण ही नही बल्कि अबैध रूप से इमारतो तक का निर्माण हो रहा है! गर्रा पुल पर रेहड़ी पटरी वाली सारा कूड़ा कचरा नदी में ही फेक कर सूखते पानी को भी दूषित करने से बाज नही आ रहे!
उधर खन्नौत नदी का तो उससे भी बुरा हाल है! शहर की शान कही जाने वाली गर्रा और खन्नौत दोनो नदियों में खन्नौत नदी का बहुत बड़ा भाग तो लगभग पूरी तरह आवासिय भूखण्डो में बदल कर कालोनियों में तब्दील हो रहा है! जबकि इन दोनो ही नदियों के शहर भर में लगभग चार पुलो से जिले के सभी आला अफसरो सहित माननीय मंत्री सुरेश खन्ना और अनेको सत्ताधारी नेताओं का गुजरना होता रहता है, परन्तु शहर की शान नदियों को छोड़ जिला प्रशासन कई मिलोमीटर दूर तहसील पुँवाया से होकर गुजरने वाली गोमती नदी की सफाई के नाम पर शासन में अपने नम्बर बढ़ाने में लगा है!
बताया गया कि यदा कदा अधिक दबाव पड़ने पर नगर निगम प्रशासन गर्रा और खन्नौत को अतिक्रमण मुक्त कराने के नाम पर रसूखदारो के अबैध निर्माणो की ओर आँख उठा कर भी नही देखता लेकिन गरीब का वहाँ नामो निशां भी देखना नही चाहता!
सूत्रो की माने तो नगर निगम बनने के बाद जहाँ प्रशासनिक व शासन स्तर से शहर में अनेको योजनाओं के तहत सुविधा सौन्द्रीकरण देने में सुर्खियाँ बटोरी जाती रही तो वहीं जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी शहर सौन्द्रीकरण की समस्याओं को लेकर कभी गंभीर नही दिखाई दिये जिसके नतीजे गर्रा और खन्नौत नदी पर अबैध अतिक्रमण और नालो के रास्ते उनमें शहर का गन्दा पानी लगातार बहता नज़र आ रहा है!