पद्मश्री अजीत बजाज ने अपनी 24 वर्षीय बेटी दीया बजाज के साथ दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई पूरी कर ली। भारतीय समय के अनुसार बुधवार की सुबह साढ़े 4 बजे दीया और करीब 15 मिनट बाद अजीत बजाज ने माउंट एवरेस्ट पर भारतीय झंडा फहराया। ये 20 मई को लौटेंगे।
एवरेस्ट फतह करने वाले अजीत व दीया पहले भारतीय पिता-पुत्री हैं। अपनी पत्नी शर्ली थॉमस बजाज, दो बेटियों दीया व मेघना के साथ अजीत बजाज गुरुग्राम में ही रहते हैं। अपने पति व बेटी की इस उपलब्धि से फूली नहीं समा रही शर्ली बजाज बताती हैं कि दोनों ने अपनी यात्रा 16 अप्रैल को शुरू की थी और एक महीने के अंदर ही यह उपलब्धि हासिल कर ली। बुधवार को करीब साढ़े 10 बजे पति व बेटी से की गई बातचीत का हवाला देते हुए शर्ली बताती हैं कि दीया बहुत ज्यादा रोमांचित प्रतीत हो रही थी। उसने यह भी बताया कि दुनिया की सबसे उंची चोटी पर खड़े होकर उसने उगते हुए सूर्य को देखा।
इससे पहले अजीत उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव पर एक साल में स्कीइंग करने वाले पहले भारतीय बने थे। 53 वर्षीय अजीत बजाज को उनकी उपलब्धियों के चलते 2012 में पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था। वहीं दीया उत्तरकाशी स्थित नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग से प्रशिक्षण प्राप्त है। वह यूरोप के सबसे ऊंचे पहाड़ माउंट एल्पस पर भी चढ़ाई कर चुकी है।