गुरुकुल विद्यालयों पर सरकार की उदासीनता!
शाहजहाँपुर:उ०प्र०:२०:जूलाई:१९
(न्यूज़ वाणी ब्यूरो इमरान सागर)
भारतीय संस्कृति और सभ्यता, संस्कारों को बढ़ावा देने वाली सरकारे भी भारतीय संस्कृति और सभ्यता व संस्कार का पाठ पढ़ाने वाली संस्थाओं को पूरी तरह नज़र अन्दाज़ कर रही हैं! सरकार की इस उदासीनता के चलते गुरुकुल विद्यालय का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है!
बुद्धिजीवियों की माने तो सरकार को संस्कृति की रक्षा करना, और उन्हे बढ़ावा देना भी जहाँ सरकार का दायित्व है, तो वहीं समय-समय पर अनुदान राशि उपलब्ध करा कर बिल्डिंग, शिक्षण कार्य की पुर्नस्थापना कराने के लिए जमीनी स्तर पर गंभीर होना चाहिए!
जिले के तिलहर नगर के विकास खंण्ड के अंतर्गत आने बाला ग्राम रुद्रपुर जोकि दस दशकों से गुरुकुल महाविद्यालय के नाम से प्रसिद्ध है! विद्यालय की स्थापना करने वाले बुद्धिजीवी स्वर्गीय सत्यदेव शास्त्री, स्वतंत्रता सेनानी जो की संस्थापक के रूप में जाने जाते हैं! स्वर्गीय शहीद शास्त्री के अथक जनसंपर्क प्रयासों से ही गुरुकुल महाविद्यालय, आज देश और प्रदेश में अपना स्थान बनाए हुए हैं! गुरुकुल महाविद्यालय के वरिष्ठ व गौरव प्राप्त आचार्य आर्येन्द्र कुमार शास्त्री जी की माने तो आज तक मूलभूत सुविधाओं के वंचित यह विद्यालय लगातार प्रभावित होता आया है!
तत्कालीन शिक्षा मंत्री डॉ नेपाल सिंह के परिवार नियोजन मंत्री रहते, सुरेश कुमार खन्ना जी ने विद्यालय को कुछ अनुदान दिया था, लेकिन वो पूरी तरह पर्याप्त नहीं! वहीं ग्राम प्रधान अनिल वर्मा ने कहा कि मैं इस विद्यालय की सेवा हर समय करने को तैयार हूँ यह हमारी संस्कृत की विरासत है!