ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के नाम से ड्यूटी चार्ट तैयार करने में भी दरगाह कार्यालय में होता रहा घपला।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के नाम से ड्यूटी चार्ट तैयार करने में भी दरगाह कार्यालय में होता रहा घपला।

दिनेश कुमार

हरिद्वार पिरान कलियर :-दरगाह कार्यालय लगभग दो वर्षों से घपलों घोटालो का अड्डा बन गया है।क्योंकि दरगाह में तैनात सेकड़ो कर्मियों की डयूटी चार्ट पहले कभी मुख्यकार्यपालक द्वारा तैयार किया जाता थ और कुछ समय बाद इस व्यवस्था को अपनी मर्जी से बदलकर दरगाह कार्यालय में तैनात भृष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का नाम लेकर अपने तरीके से कुछ कर्मियों से सुविधा शुल्क हफ़्तवर वसूलकर ड्यूटी चार्ट को तैयार कर प्रबंधक दरगाह के हस्ताक्षर से जारी करना शुरू कर दिया था।यही वजह है कि दरगाह के अंदर ड्यूटी करने वालो में इन दरगाह कार्यालय में तैनात भ्रष्ट कर्मियों ने सफाई कर्मियों की ड्यूटी भी लगवाकर खूब मलाई खाई है।लेकिन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के द्वारा सी सी कमरे की पड़ताल से जब उजागर हुआ कि दरगाह के अंदर लगे कर्मचारी जायरीनों से अवैध वसूली करते दिखाई दे रहे है।जो मामला अभी तक ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के यह विचाराधीन बताया जा रहा है।दरगाह के अंदर ड्यूटी लगाने का चार्ट भी प्रबंधक से मिलीभगत कर एक चर्चित फर्जी उपनल कर्मचारी के द्वारा अवैध वसूली कर तैयार किया जाता रहा है इस बात की शिकायत भी अभी परवेज निवासी कलियर ने जिला अधिकारी व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से की है।परवेज ने शिकायती पत्र में सबूत के तौर पर उक्त टायपिस्ट से सम्बंधित दरगाह कर्मियों का एक वीडियो वायरल होने की भी जानकारी अधिकारियों को दी जिसमे निष्काषित दरगाह कर्मी साफ तौर पर डयूटी के नाम पर टायपिस्ट अब्दुल्ला को पैसा देने की बातचीत करते दिखाई दे रहे है।अब देखना यह है कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दूध का धुंध पानी का पानी कर पाती है या नही ।लोगो का कहना है कि दरगाह की आय को दरगाह कर्मी लगातार पलीता लगा रहे है जिन पर जिला प्रशासन कोई कार्यवाही करता दिखाई नही दे रहा है।क्षेत्र में इस बात की चर्चा आम हो रही है कि गरीब दरगाह कर्मियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है लेकिन जो दरगाह कार्यालय में तैनात टायपिस्ट व सुपरवाइजर इन गरीबो से गलत कार्य कराकर अवैध धन कमा रहे है उनके खिलाफ कोई कार्यवाही जिला प्रशासन नही करता दिखाई दे रहा है।जिसकी चर्चा पूरे दरगाह क्षेत्र में आम हो रही है।

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