पुलिस का लोगो लगी कार से जानलेवा शराब बरामद, अभियुक्त गिरफ्तार।

 पुलिस का लोगो लगी कार से जानलेवा शराब बरामद, अभियुक्त गिरफ्तार।
 सीतापुर ब्यूरो। लग्जरी कार के शीशे पर पुलिस लिखवाकर जहरीली शराब का कारोबार करने वाले आबकारी और पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। मुखबिर की सूचना पर गुरुवार दोपहर संयुक्त टीम को बड़ी कामयाबी मिली। टीम ने थाना तालगांव क्षेत्र के दुधरा गांव में देशी शराब ठेका व ठेकेदार की गाड़ी से 19 पौवा जहरीली शराब बरामद की है। ठेकेदार के आवास से 300 नकली क्यूआर कोड और 51 ढक्कन भी बरामद हुए हैं। ठेकेदार सहित तीन लोगों पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।जिला आबकारी अधिकारी सुनील कुमार दुबे को गुरुवार सुबह मुखबिर ने दुधरा में अवैध शराब बिक्री सूचना दी। आबकारी अधिकारी ने इंस्पेक्टर को मौके पर भेजा। इंस्पेक्टर ने थाना तालगांव पुलिस के साथ देशी शराब ठेका पर छापा मारा। इस ठेके से नौ पौवा जहरीली शराब के बरामद किए गए। इसके बाद टीम ने ठेकेदार के आवास पर धाव बोला। यहां से 300 नकली क्यूआर कोड और 51 ढक्कन बरामद किए गए। ठेकेदार की चौपहिया गाड़ी से दस पौवा जहरीली शराब मिली।
जिला आबकारी अधिकारी ने बाताया कि ठेकेदार विवेक रस्तोगी, विक्रेता राजपाल व शिवदास सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों पर आबकारी अधिनियम के साथ ही अन्य सुसंगत धाराओं में केस दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नकली ढक्कन व क्यूआर कोड की बरामदगी से साफ हो जाता है कि आरोपी बड़े पैमाने पर जहरीली शराब का कारोबार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत कार्रवाइयों में कई शराब माफिया को जेल का रास्ता दिखाया जा चुका है। इसमें मधवापुर और नेपाल सिंह डिग्री कॉलेज में पकड़ी गई बड़ी मात्रा में अवैध शराब प्रमुख है। मधवापुर में हजारों बोतल नकली शराब पकड़ी गई थी। नेपाल सिंह डिग्री कॉलेज में नकली शराब की फैक्ट्री मिली थी। उन्होंने कहा कि शराब के तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा। अभियान यूं ही जारी रहेगा।
तस्कर के दोनों ठेके होंगे निरस्त:
दुबे जिला आबकारी अधिकारी सुनील कुमार दुबे ने बताया कि जहरीली शराब का कारोबार करने वाले विवेक रस्तोगी के नाम पर दो ठेके आवंटित हुए थे। एक दुधरा और दूसरा तालगांव में है। श्री दुबे ने कहा कि विवेक के दोनों ही ठेके निरस्त किए जा रहे हैं।
पुलिस लिखी लग्जरी कार से मौत का कारोबार:
पकड़ी गई जहरीली शराब लदी कार अजय कुमार रस्तोगी के नाम बताई जा रही है। मौत के सौदागर इतने शातिर हैं कि जांच आदि से बचने के लिए कार के शीशों पर लाल रंग से पुलिस लिखवा रखा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कई बार रोके जाने पर कारसवार खुद को स्टाफ का होना बताकर आगे बढ़ जाते थे। इतना ही नहीं, होमगार्ड जवानों को कारसवार अर्दब में ले लेते थे। आरोपी के नाम पर दो शराब के ठेके हैं। एक दुधरा गांव में और दूसरा अकबरपुर में। सूत्रों के मुताबिक लग्जरी कार तड़के से देर रात तक तक इन दोनों ठेकों में कई बार आती और जाती थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि कार से उतनी ही जहरीली शराब पहुंचाई जाती थी, जितनी रोज बिक जाए। कम पड़ने पर दोबारा कार से जहरीली शराब पहुंचा दी जाती थी।

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