फतेहपुर। न्यूज वाणी पड़ रही प्रचंड गर्मी मे लोगों को बेचैन कर दिया है तो वैसे ही भगवान भाष्कर अपना कहर दिन प्रतिदिन बरपा रहे हैं हर दिन बढ़ते तापमान से इंसान ही नहीं पशु पक्षी भी बेहाल हो उठे हैं। जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त होने लगा है। शनिवार को 43 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच गया जिसकी तपिश से आवाम को गर्मी ने हाय तौबा करा दिया। गर्मी के चलते जनजीवन सहित पशु पक्षी भी बेहाल हो गये है। कडी धूप के निकलते ही मार्गो पर सन्नाटा पसर जाता है। जरूरमंद ही घर से बाहर निकले लोग धूप से बचने के लिये तरह-तरह के उपाये किये रिक्शा चालक जहा पेड की छांव के नीचे आराम करते देखे गये वही बाईक व साइकिल से सफर करने वाले लोग अपने शरीर को ढके दिखे। गर्मी से जूझ रही आवाम अब बेसब्री से बारिश का इन्तजार कर रही है। गर्मी अपना प्रचण्ड रूप दिखा रही है। सुबह से सूरज निकलने के साथ ही धूप की तेजी लोगो को बेचैन करने लगती है। जैसे-जैसे दिन चढता है वैसे-वैसे धूप की तेजी के साथ ही गर्म हवायें चलने लगती है। जो थपेडो की तरह लगती है। वही घर से बाहर निकलने पर धूप की तेजी इस तरह से शरीर पर असर करती है कि जैसे शरीर पर जलन हो रही है और चुभन हो रही है। धूप से बचने के लिये ही लोग दोपहर मे न के बराबर बाहर निकलते हैं। जिसके चलते दोपहर केा मार्गो पर सन्नाटा पसरा रहता है। शहर के मुख्य बाजार चैक में खरीददारी करने के लिये शहर के ही नही बल्कि दूर-दराज के लोग भी आते है। परन्तु गर्मी के चलते चैक बाजार व लाला बाजार में भी न के बराबर ही लोगो की चहल कदमी रही लोगो की कमी के चलते दुकानदार अपने-अपने प्रतिष्ठानो मे हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते है। गर्मी के चलते तेवर के चलते दोपहर सन्नाटा पसरा रहता है। सुबह शाम ही लोगो की चहल कदमी मार्गो पर रहती है। धूप की तेजी के चलते रोजमर्रा की जिन्दगी जीने वाले प्रभावित हो रहे है। रिक्शा व तांगा चालक पेट की रोटी के चलते तो गांवो से शहर आ जाते है। लेकिन गर्मी के कारण बीच-बीच में वह भी अपना रिक्शा और तांगा खडा कर जहा पेड की छांव दिखती है वही खडे हो जाते है।