पीड़ित के पिता ने कहा- गुनहगारों को दौड़ाकर मारा जाए, बहन बोली- आगे की लड़ाई के लिए तैयार हूं

उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित की मौत के बाद परिवार सदमे में है। पिता ने शनिवार को कहा कि मौत का बदला सिर्फ मौत होता है। गुनहगारों को बगैर देर किए फांसी मिले या उन्हें दौड़ाकर गोली मार दी जाए। बहन ने कहा कि आगे की लड़ाई के लिए तैयार हूं। पीड़ित की मौत के बाद बिहार इलाके के गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। आज शाम तक पीड़ित का शव गांव आने की उम्मीद है।
पिता ने कहा, ‘‘परिवार को एक पैसा नहीं चाहिए। बस, मेरी बेटी को इंसाफ मिले। परिवार को आरोपी सरेआम जान से मारने की धमकी सरेआम देते थे। कई बार यह भी कहा कि केस वापस नहीं लिया तो परिवार और बेटी को आग लगा देंगे। पुलिस को इसकी जानकारी दी, लेकिन वे हर बार टालमटोल करते रहे। बेटी की मौत की खबर अखबार से मिली। पुलिस या प्रशासन का कोई आदमी यह बताने नहीं आया। हमारे विधायक ने भी कोई खैरख्वाह नहीं ली।’’

पीड़ित की बहन बोली- अब मैं लड़ाई लड़ूंगी

पीड़ित से एक साल बड़ी बहन ने कहा, ‘‘हमारी बहन हमारा संबल थी। वह छोटी जरूर थी, लेकिन हमारे परिवार के लिए प्रेरणादायक थी। अब हम उसकी मौत के बाद चुप नहीं बैठेंगे। अब हम उसकी लड़ाई लड़ेंगे। जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिलती, तब तक मेरी लड़ाई जारी रहेगी। मुझे तो आरोपियों ने पहले ही बदनाम कर दिया है। अब कुछ भी हो जाए, चाहे मुझे भी जला दिया जाए, लेकिन मैं अपनी बहन के हत्यारों को नहीं छोड़ूंगी। शव के पोस्टमॉर्टम होने के बाद हम लोग सीधे उन्नाव अपने गांव जाएंगे। अंतिम संस्कार वहीं होगा।’’

मां ने कहा- ‘जान के बदले जान चाहिए’
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मां ने रोते हुए दैनिक भास्कर APP से बात की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे साथ तो उन लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। हमारा तो सबकुछ उजड़ गया। अब जैसे हमारी बिटिया की जान गई है, हमें भी जान के बदले जान चाहिए।’’ वहीं, पीड़ित के भाई ने कहा कि मैं कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं। हमारे साथ अब हमारी बहन नहीं है। पांचों आरोपियों को सिर्फ मौत की सजा मिलनी चाहिए, इससे कम कुछ नहीं।
भाई से वादा लिया था- गुनहगारों को मत छोड़ना
जब पीड़ित सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट की गई थी तो वह होश में थी। दर्द से कराहते हुए उसने अपने भाई से कहा कि मैं मरना नहीं चाहती। पीड़ित ने अपने भाई से वादा भी लिया कि उसके गुनहगारों को मत छोड़ना। हालांकि, उसके बाद वह कुछ बोल नहीं पाई।
पीड़ित ने देर रात दम तोड़ा 
90% झुलसी उन्नाव की दुष्कर्म पीड़ित ने शुक्रवार रात 11.40 बजे कार्डियक अरेस्ट के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। 5 दिसंबर की देर शाम उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। जमानत पर छूटे दुष्कर्म के आरोपियों ने गुरुवार तड़के उसे जलाया दिया था।
यह है मामला
गैंगरेप पीड़ित लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया। दुष्कर्म के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। परेशान होकर लड़की अपनी बुआ के घर रायबरेली चली गई। शिवम ने यहां भी 12 दिसंबर 2018 को अपने साथी शुभम के साथ रेप किया। रायबरेली कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 5 मार्च, 2019 को केस दर्ज किया। बाद में शिवम ने कोर्ट में सरेंडर किया। जबकि शुभम फरार रहा। 30 नवंबर को शिवम जमानत पर रिहा होकर आया। 5 दिसंबर को रायबरेली कोर्ट में सुनवाई के लिए जा रही पीड़ित को जला दिया गया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया।

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