इस्लामाबाद, साल 2008 में मुंबई पर हमला करने वाले आतंकियों में से एक आमिर अजमल कसाब के बारे में पाकिस्तानी सोशल मीडिया के द्वारा इन दिनों एक झूठ तेजी से फैलाया जा रहा है। आतंकी कसाब को सिख समुदाय और भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ का जासूस बताया जा रहा है। जबकि कसाब पाकिस्तान का रहने वाला था। कसाब को लेकर यह दुष्प्रचार पाकिस्तान की सिख समुदाय के प्रति कुंठित सोच को दिखा रहा है।
दरअसल, पाकिस्तान में एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें जैद हामिद (Zaid Hamid) नाम के एक दक्षिणपंथी टिप्पणीकार को यह दावा करते हुए दिखाया गया है कि कसाब एक सिख समुदाय का लड़का था। उसका नाम अमर सिंह था जो कि रॉ की ओर से कथित तौर पर जासूसी करता था। इस वीडियो से ऐसा लग रहा है कि जैद हामिद सिख समुदाय को जानबूझ कर निशाना साध रहे हैं।
हामिद ने इस वीडियो में दावा किया है कि भारतीय खुफिया एजेंसी के सूत्रों ने कसाब को अपने एजेंट के तौर पर पहचान लिया था और उसे गिरफ्तार करने की योजना बनाई थी लेकिन कुछ ऐसी गड़बड़ियां हुईं की उसके सफाये का निर्णय लेना पड़ा। बता दें कि 26 नवंबर को समुद्री रास्ते से होकर आए लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों द्वारा किए गए मुंबई हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।