बॉलीवुड, अपनी फिल्म ‘मर्दानी 2’ में रानी मुखर्जी एक निर्भीक पुलिस अधीक्षक शिवानी शिवाजी रॉय की भूमिका में नजर आएंगी। बीते दिनों उन्होंने महाराष्ट्र की लेडी सुपरकॉप से बात और मुलाकात की थी। अब उन्होंने मुंबई के साइबर क्राइम पुलिस कंट्रोल रूम में दस्तक दी। वहां के साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स से चर्चा की।
आंखें खोलने वाली मुलाकात थी : इस मुलाकात के बाद रानी ने कहा- ‘हमें हर दिन सुरक्षित रखने के लिए पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्यों को देखकर मैं काफी प्रभावित हुई। हम सुरक्षित रहें, इस बात को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस अधिकारी सबसे अधिक पेशेवर, बेहतरीन पद्धति और निस्वार्थ तरीके से अपना काम कर रहे हैं और यह सब वास्तव में आंखें खोलने वाला है।
रानी ने आगे कहा- “पीसीआर का दौरा करना मेरे लिए बेहद ज्ञानवर्धक था क्योंकि मुझे सीखने मिला कि तकनीक के उदय के साथ ही गंभीर होती जा रही साइबर अपराध की प्रकृति से महिलाओं और बेटियों को सुरक्षित रखने के लिए क्या किया जाता है। अपराधों को नियंत्रण में रखने के लिए अविश्वसनीय रूप से काम करना पड़ता है और देशवासियों को सुरक्षित और बेहतर बनाए रखने के लिए उनके समर्पण और जुनून के लिए मैं तहे दिल से पुलिस बल को धन्यवाद देती हूं।”
पीसीआर में तैनात महिला पुलिस टीम ने कहा- “साइबर क्राइम युवाओं के लिए एक बड़ा खतरा है और यह मुद्दा हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे पास एक स्विफ्ट रिस्पांस टीम है जो वायरल हो रही सामग्री को रोकने के लिए हमारे आधिकारिक ईमेल अड्रेस के जरिए प्लेटफार्मों तक पहुंचती है। इसके बाद हम तत्काल एफआईआर दर्ज करने के साथ ही किए गए अपराध की तह तक पहुंचते हैं। उन्होंने यह भी कहा- “आमतौर पर पीसीआर में तैनात पुलिस अधिकारियों की शिफ्ट आठ घंटे की होती है, लेकिन आपात स्थिति में वे 24 घंटे तक की शिफ्ट भी करते हैं।
पीसीआर ऑपरेटर्स को आपात स्थिति का तत्काल पता लगाने और आंतरिक तौर पर इसकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है ताकि तेजी से कार्रवाई की जा सके। मुंबई को 13 जोन में विभाजित किया गया है और सभी जोन के लिए अलग-अलग ऑपरेटर्स भी हैं, ताकि किसी भी तरह की जानकारी तत्काल संबंधित प्रमुखों को दी जा सके।