मुंबई. आरबीआई ने एसबीआई के एनपीए और प्रोविजनिंग के आकंड़ों में अंतर पाया है। एसबीआई ने मंगलवार को ये जानकारी दी। इसके मुताबिक एसबीआई ने 31 मार्च को खत्म वित्त वर्ष (2018-19) में ग्रॉस एनपीए 1 लाख 72 हजार 750 करोड़ रुपए बताया था, लेकिन आरबीआई ने 1 लाख 84 हजार 682 करोड़ रुपए होने का आकलन किया। यानी 11,932 करोड़ रुपए का फर्क आया है।
प्रोविजनिंग राशि में 12036 करोड़ रुपए का फर्क
नेट एनपीए की रिपोर्टिंग में 11,932 करोड़ रुपए का अंतर मिला। एसबीआई ने 65,895 करोड़ रुपए बताया था। आरबीआई के मुताबिक 77,827 करोड़ रुपए था। एनपीए की प्रोविजनिंग के आंकड़ों में 12,036 करोड़ रुपए का फर्क पाया गया। एसबीआई ने यह रकम 1 लाख 6 हजार 856 करोड़ रुपए बताई, आरबीआई ने 1 लाख 18 हजार 892 करोड़ रुपए का आकलन किया।
शेयर बाजार में लिस्टेड बैंकों को आरबीआई की फाइनल रिस्क एसेसमेंट रिपोर्ट मिलने के 24 घंटे में एनपीए और प्रोविजनिंग के आंकड़ों में फर्क की जानकारी सार्वजनिक करनी होती है।