न्यूयॉर्क. क्लिफर्ड हैन्सन ने 91 की उम्र में अपनी पढ़ाई खत्म करने का सपना पूरा किया। उन्हें सोमवार को हाई स्कूल डिप्लोमा दिया गया। हैन्सन ने 1930 में परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से बीच में पढ़ाई छोड़ दी थी। डिप्लोमा लेने के बाद हैन्सन ने कहा कि उन्हें आज खुद पर गर्व हो रहा है। हैन्सन फिलहाल लेक रिज केयर सेंटर में रहते हैं।
हैन्सन ने बताया कि 1930 में मेरे पिता काफी बीमार हो गए थे। मुझे पढ़ाई और घर की पारंपरिक खेती में से एक चुनने को कहा गया। उस वक्त घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। मैंने खेती को चुना। उन्होंने बताया कि जब आप खेती करते हैं तो अपना 98% वक्त देना होता है। ऐसे में आप इसके साथ-साथ कोई दूसरा काम नहीं कर सकते। इसलिए मैं कभी पढ़ाई करने की नहीं सोच पाया। मुझे आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
मैंने खूब मेहनत की
क्लिफर्ड हैन्सन ने बताया कि डिप्लोमा पूरा करने के लिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैंने दिन के साथ-साथ परीक्षा के वक्त नाइट में भी पढ़ाई करनी पड़ी। लेक रिज केयर सेंटर की तिमारा परेरा ने बताया सपना पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती है। क्लिफर्ड हैन्सन इसका उदाहरण है।