नई दिल्ली,नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में दक्षिण दिल्ली में हुई हिंसक विरोध प्रदर्शन रविवार रात को शांत तो हो गया, लेकिन कुछ इलाकों में सोमवार को भी तनाव जारी है। वहीं, सोमवार को सुबह फिर से बड़ी संख्या में लोग जामिया के बाहर इकट्ठा हुए हैं और लगातार पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों ने पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है, साथ ही सुप्रीम कोर्ट से मामले को संज्ञान लेने की गुजारिश की है।
CAB protest in Delhi live:
- एक ओर जहां दिल्ली हाई कोर्ट ने जामिया में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर पुलिस के खिलाफ दी गई याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है, वहीं दिल्ली पुलिस ने दो एफआइआर दर्ज की है।
- कालिंदी कुंज होकर दिल्ली आने-जाने वाला ट्रैफिक डीएनडी, अक्षरधाम, और डीएनडी की ओर डाइवर्ट है। ऐसा दिल्ली पुलिस ने किसी संभावित बवाल के मद्देनजर किया है।
- मजेंटा लाइन के जो 8 मेट्रो स्टेशन रविवार को बंद थे,सोमवार को सभी स्टेशन सुबह से सामान्य रूप से खोल दिए गए हैं। बावजूद इसके सड़कें बंद हैं, इसलिए मेट्रो की इस लाइन में बहुत भीड़ है।
- सोमवार सुबह जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia University) के गेट पर एक छात्र शर्ट उतार पर प्रदर्शन कर रहा है। उसकी मांग की है कि दिल्ली पुलिस के उन कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएं, जिन्होंने छात्रों की पिटाई की है।
- वहीं, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर दिल्ली में रविवार दोपहर से शुरू हुआ बवाल सोमवार तड़के 3 बजे खत्म हुआ। वहीं, दिल्ली सरकार ने सतर्कता बरतते हुए उनके इलाकों में स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं, जहां पर बवाल की आशंका है। दिल्ली पुलिस ट्रैफिक पुलिस ने संभावित बवाल को देखते हुए सरिता विहार से कालिंजी कुंद के बीच सड़क नंबर 13 A बंद कर दिया है।
- सूत्रों के अनुसार, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थेन में 52 लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन सोमवार तड़के उन्हें रिहा कर दिया गया।
- स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस पर उपद्रवियों ने पेट्रोल बम से हमला किया। इसके बाद सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्च कर भीड़ को खदेड़ा। उपद्रवियों ने एनएफसी वेस्ट सोसायटी और एक अस्पताल में भी घुसने का प्रयास किया, जिससे क्षेत्र में भय का माहौल बना रहा। लोगों ने आरोप लगाया कि उपद्रवियों ने राहगीरों से मारपीट और लूट की। सूत्रों के अनुसार, सेामवार को सुरक्षा की दृष्टि से उपद्रव वाले क्षेत्र के सभी शिक्षण संस्थानों को शांति बहाली तक बंद रखने के लिए कहा गया है।
- दिल्ली के प्रभावित इलाकों में दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं।
- दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली पुलिस उपायुक्त चिन्मय विश्वाल ने कहा कि यह आरोप गलत है कि पुलिस ने छात्रों का हॉस्टल में घुसकर पीटा है। वहीं पुलिस ने अपनी तरफ से कोई फायरिंग भी नहीं की है। यह अफवाह फैलाई जा रही है कि पुलिस ने गाड़ियों में आग लगाई, जबकि पुलिस तो आग बुझाने का काम कर रही थी।
- दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि छात्रों के प्रदर्शन में बाहरी लोग कैसे शामिल हुए एक बात की जांच की जा रही है’ उन्होंने कहा दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया के साथ ही तमाम माध्यमों से या पता लगाने की कोशिश कर रही है की आखिर प्रदर्शन में उपद्रवी लोग कहां से कैसे शामिल हुए!
- वहीं दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि पुलिस ने अपनी तरफ से कोई फायरिंग नहीं की है। मथुरा रोड पर प्रदर्शन करने वाले लोगों को रिंग रोड की तरफ बढ़ने से रोका गया तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया और डीटीसी बसों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। डीसीपी ने कहा कि इस बात यह गलत अफवाह फैलाई जा रही है कि पुलिस ने कैंपस में घुसकर छात्रों को पीटा। या अभी अफवाह फैलाई जा रही है कि पुलिस ने गाड़ियों में आग लगाई। जबकि पुलिस तो आग बुझाने का काम कर रही थी।
नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी)के विरोध में रविवार को हुए उपद्रव के मद्देनजर मजेंटा लाइन के चार मेट्रो स्टेशन बंद रखे गए। डीएमआरसी की ओर से जसोला विहार, ओखला विहार, जामिया नगर और सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद रखा गया। वहीं रात को चार स्टेशनों को और बंद कर दिया गया, लेकिन सोमवार सुबह सभी स्टेशन खोल दिए गए हैं।
रविवार को दिल्ली के जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में उपद्रवियों ने सबसे ज्यादा बवाल किया। दिल्ली में कई बसें और पुलिस चौकी फूंक दी गई। यहां छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मियों समेत करीब 40 लोग घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में 52 लोगों को हिरासत में रखा गया है। यह पुष्टि नहीं हो सकी कि इनमें कितने छात्र हैं। देर रात कालका जी थाने में भी जामिया के 28 छात्रों को लाया गया। देर रात करीब डेढ़ हजार छात्र-छात्राएं आइटीओ स्थित पुराने दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर पहुंच गए और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इनमें जामिया के अलावा जेएनयू, डीयू व एनएसयूआइ के छात्रों के साथ कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी थे। ये लोग हिरासत में लिए गए छात्रों को छोड़ने की मांग कर रहे थे। वहीं, एएमयू में हिंसा में डीआइजी समेत 50 लोग घायल हो गए। बंगाल में भी लगातार तीसरे दिन आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। दिल्ली में जामिया के छात्रों के प्रदर्शन में स्थानीय लोगों के शामिल हो जाने के कारण तीन दिन से चल रहा प्रदर्शन रविवार को हिंसा हो गया। उपद्रवियों ने पूरे दिन दिल्ली-नोएडा रोड व मथुरा रोड को ठप रखा। भीड़ ने शाम पांच बजे मथुरा रोड पर चार बसों व बटला हाउस मेन चौक पर बानी पुलिस चौकी में आग लगा दी। कई मोटरसाइकिलें फूंक दीं और 15 डीटीसी बसों व कारों में तोड़फोड़ की। राहगीरों, पुलिस व पत्रकारों पर हमला किया। जामिया प्रशासन ने हिंसा में छात्रों के शामिल होने से इन्कार किया है। जामिया के चीफ प्रोक्टर वसीम अहमद खान ने पुलिस पर जबरन कैंपस में घुसने का आरोप लगाया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि स्थिति पर नियंत्रण के लिए कैंपस में जाना पड़ा। जामिया में परीक्षाएं रद कर पांच जनवरी तक छुट्टी कर दी गई है।
पुलिस पर पेट्रोल बम व पत्थरों से हमला
सुबह 11 बजे से छात्र जामिया के गेट पर काली पट्टियां बांध कर नारेबाजी कर रहे थे। दोपहर बाद ओखला व बाटला हाउस के स्थानीय लोगों के साथ सराय जुलैना की तरफ मार्च निकाला। पुलिस ने मथुरा रोड पर बैरिर्केंडग लगाकर उन्हें रोक दिया। शाम साढ़े चार बजे हजारों की संख्या में छात्र व स्थानीय लोग सराय जुलैना के पास जुट गए। पुलिस की बैरिर्केंडग के कारण वे माता मंदिर रोड से पीछे हो गए और दूसरी तरफ से मथुरा रोड पर आकर जमकर उपद्रव किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस पर पेट्रोल बम व पत्थरों से हमला किया गया। हालात बेकाबू होता देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे व लाठीचार्ज किया। ओखला से आप विधायक अमानतुल्लाह खान व उनके समर्थक सुबह दस बजे से शाहीन बाग में जुटने लगे थे। दोपहर बाद भीड़ कालिंदी कुंज से सरिता विहार को जोड़ने वाले दिल्ली-नोएडा मार्ग पहुंची। इस दौरान अमानतुल्लाह शांति से प्रदर्शन की अपील करते रहे।
एएमयू में रैली के बाद बिगड़े हालात
जामिया में हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में देर शाम निकाली गई एएमयू के छात्रों की रैली टकराव में बदल गई। एएमयू सर्किल पर पुलिस ने पानी की बौछार कर छात्रों को रोकने की कोशिश की तो जवाब में उन्होंने पथराव के साथ हवाई फार्यंरग की और देसी बम फोड़े। पुलिस ने लाठी चार्ज किया और रबर बुलेट दागी। इस दौरान प्रॉक्टोरियल टीम, डीआइजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह, एसपी सिटी अभिषेक कुमार भी घायल हुए हैं। हिंसा में 150 से ज्यादा छात्र व पुलिसकर्मी चोटिल हैं। हालात पर नियंत्रण के लिए पुलिस कैंपस में घुस गई। पहली बार एएमयू के अंदर वज्र वाहन गए। कैंपस से आठ को हिरासत में लिया गया है। इंटरनेट सेवा सोमवार रात दस बजे तक बंद कर दी गई है। विवि पांच जनवरी तक बंद रहेगा। वहीं, लखनऊ के नदवा कॉलेज के छात्रों ने देर रात स्थानीय लोगों संग गोमती बांध पर जाम लगा दिया।
नहीं बुझ रही बंगाल की आग
बंगाल में तीसरे दिन भी उत्पातियों ने रेलवे स्टेशनों में तोड़फोड़ और आगजनी की। राज्य सरकार ने छह जिलों में अस्थायी रूप से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। बिहार भीड़ की हिंसा से अछूता नहीं रहा। वहीं, असम में हिंसा का दौर थमता नजर आ रहा है। गुवाहाटी व डिब्रूगढ़ के कुछ हिस्सों में दिन में कफ्र्यू में ढील दी गई। मेघालय में भी कफ्र्यू में ढील दी गई।