फतेहपुर: सरकार के खिलाफ आंदोलित लेखपाल संघ ने विरोध पर कार्रवाई का क्रम प्रशासन ने जारी रखा। गुरुवार को 14 लेखपालों को निलंबित करने के बाद शुक्रवार को प्रशासन ने संगठन के जिलाध्यक्ष व जिला मंत्री समेत कुल 13 और पदाधिकारियों को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। इसके बाद संगठन ने भी निलंबित साथियों को मंच पर बुला कर सम्मानित करते हुए आंदोलन को तेज करने की हुंकार भरी है।
संगठन के अध्यक्ष कंधई लाल पाल के नेतृत्व में चल रहे धरना प्रदर्शन में पांचवे दिन भी लेखपाल शामिल हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रशासन व सरकार कुछ भी करे अब संगठन झुकने वाला नहीं है। आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। एक दिन पूर्व निलंबित किए गए 14 लेखपालों को मंच पर बुलाकर स्वागत व सम्मान किया गया। उधर एसडीएम सदर प्रमोद झा ने शुक्रवार को जिला अध्यक्ष कंधईलाल पाल, जिला मंत्री बीरेंद्र सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह यादव, कनिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश चंद्र पटेल, उप मंत्री हरिगोविद सिंह, आडीटर विशोक कुमार तथा सदर तहसील इकाई के अध्यक्ष राम नरेश निषाद, तहसील मंत्री राजाराम, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोष कुमार, कनिष्ठ उपाध्यक्ष आशुतोष कुमार, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार और आडीटर विनोद कुमार मिश्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि लेखपाल नहीं माने तो एस्मा कानून के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी भी कराई जाएगी।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने दी चेतावनी
-लेखपालों की हड़ताल के विरोध में प्रशासनिक कार्रवाईयों पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष अशोक कुमार व मंत्री विनोद कुमार श्रीवास्तव ने आपत्ति जताई है। डीएम को भेजे गए मांग पत्र में संगठन ने कहा कि प्रशासन लेखपाल संघ को विश्वास में लेकर सक्षम स्तर पर वार्ता करे और अपने स्तर से शासन को सूचित करे। आंदोलन को आगे बढ़ने से रोका जाए। लेखपालों पर ज्यादती हुई तो संयुक्त परिषद भी समर्थन में उतरेगी।