नई दिल्ली, उत्तर भारत में कई दिनों से कहर ढा रही ठंड जानलेवा बन गई है। उत्तर प्रदेश में ठंड से 28, झारखंड में आठ और बिहार में 11 लोगों के मरने की खबर है। कोहरे कारण हुए हादसों में कई लोगों की जान गई है। रेल, सड़क और वायु यातायात बुरी तरह प्रभावित है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को मौसम का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। हरियाणा में सर्द हवाओं ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। हिसार में तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली एनसीआर में कमोबेश सभी जगह प्रदूषण बहुत खराब श्रेणी में बना रहा।
दिल्ली में 2.4 पर पारा
भारतीय मौसम विभाग की मानें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 2.4 रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली में प्रदूषण भी बढ़ गया है। राजधानी के आरकेपुरम इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स 360 दर्ज किया गया। शुक्रवार को भी दिल्ली में न्यूनतम तापमान बेहद कम 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हरियाणा में ठंड के कारण रेड अलर्ट जारी करना पड़ा तो दूसरी ओर दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार और झारखंड में भी जनजीवन प्रभावित हुआ है। जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में मौसम की सबसे सर्द रात गुजरी।
शीत लहर की चपेट में उत्तर भारत
उत्तर पश्चिम भारत में उत्तर-पछुआ सर्द हवाएं चल रही हैं जिसकी वजह से पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई हिस्से शीत लहर की चपेट में हैं। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, बागपत, बिजनौर, हापुड़ जैसे जिलों में शुक्रवार को तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तो मथुरा का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। बंगाल में कोलकाता समेत कई जिलों में दिनभर बादल छाए रहे और कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। बारिश के कारण झारखंड में तापमान तेजी से गिरा है। रांची से 65 किमी दूर पिपरवार में न्यूनतम तापमान दो डिग्री पर पहुंच गया।
31 दिसंबर से बारिश का दौर
मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक, उत्तरी अफगानिस्तान के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जो 30 दिसंबर से पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों को प्रभावित करना शुरू करेगा। इससे दिल्ली में इस बार का नया साल ठंड, बौछारों और ओलावृष्टि के साथ दस्तक दे सकता है। यही नहीं इसकी वजह से उत्तर पश्चिम एवं मध्य भारत के बड़े हिस्से में 31 दिसंबर से एक जनवरी के बीच बारिश के साथ साथ छिटपुट स्थानों पर ओले पड़ने की आशंका है।
कोहरे का कहर
भारतीय मौसम विभाग ने अपने ऑल इंडिया वेदर बुलेटिन (All India Weather Warning Bulletin) में कहा है कि दो जनवरी को पूर्व भारत में भी पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है। ऐसी स्थितियां लोगों की परेशानियों को बढ़ा सकती हैं। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और यूपी के कई इलाकों में घना कोहरा लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। घने कोहरे की वजह से दिल्ली आने वाली चार फ्लाइटों को डायवर्ट किया गया है। दिल्ली से आने जाने वाली कुल 24 ट्रेनें लेट चल रही हैं।
पूर्वी असम पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र
30 दिसंबर के बाद अगले 4-5 दिनों तक उत्तर-पूर्वी भारत के कुछ क्षेत्रों में भी घना कोहरा छा सकता है। स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी असम में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मौजूद है। इसकी वजह से गंगीय पश्चिम बंगाल के साथ साथ ओडिशा और छत्तीसगढ़ में छिटपुट बारिश देखने को मिली है। यही नहीं उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र और उत्तर आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी हल्की बारिश देखी गई है।
यहां होगी बारिश
मौसम विभाग की मानें तो तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और ओडिशा के साथ साथ उत्तर पूर्वी राज्यों में कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। कश्मीर में डल झील समेत कई जलस्त्रोतों में पानी बर्फ की चादर में बदल गया है। जम्मू और श्रीनगर के दिन के तापमान में सिर्फ दो डिग्री सेल्सियस का अंतर है। इसके अलावा उत्तराखंड में चमोली के जोशीमठ और कुमाऊं के मुक्तेश्वर में तापमान बेहद नीचे पहुंच गया है। हिमाचल में भी कई स्थानों पर तापमान जमाव बिंदु से नीचे दर्ज किया गया।