फतेहपुर। न्यूज वाणी भीषण गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे मे सूखे तालाब ग्रामीणों के लिए खासी समस्या बनकर सामने खड़ी है। यदि समय रहते ग्राम पंचायत द्वारा तालाबों मे पानी भरवा दिया जाता, तो गर्मी के मौसम में मवेशियों के साथ ग्रामीणों को काफी सहूलियत मिलती। पर ग्राम पंचायत से लेकर तहसील पंचायत तक को जंगली जानवार, पशु पंछी एवं मवेशियों को प्यास की चिंता नही है। सिर्फकागजों पर ही खाना पूर्ति की जा रही है पर जमीनी स्तर कुछ और बयान कर रही है। भीषण गर्मी व चिलचिलाती धूप के बाद भी गांवों मे मनरेगा तालाबों में एक बूंद पानी नही है। जबकि अधिकारियों के आदेश हैं कि तालाबों में पानी भरा जाए। जिससे लोगों व पशु पक्षियों के लिए पेयजल का पानी उपलब्ध हो सके। लेकिन तालाब नही भराए जा रहे। ऐरायां विकास खण्ड मे लाखों के सर्वे के अनुसार अब तक एक भी तालाब में पानी नही भराया गया है। कुछ ही तालाब है जिनमे पानी है। वरना सभी तालाब पानी के लिए आसमान का मुंह ताक रहे हैं। बताते चले कि पशु पक्षी पीने के पानी की तलाश में बस्तियों में चक्कर लगा रहे हैं। जंगली जानवर पानी की तलाश में गांवों की ओर जाते देखे जाते हैं। क्षेत्र वासियों ने बताया कि विकास खंड क्षेत्र मे सभी तालाब भरे जाने थे। लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा। ग्राम पंचायत से लेकर तहसील पंचायत तक बारिश की राह देख रहे हैं। बारिश होते ही कागजी खानापूरी करें। पानी के लिए पशु पक्षी विलख रहे हैं। वैसे हर वर्ष तालाबों में पानी भराया जाता था लेकिन इस वर्ष अभी तक नहीं भराया गया। ऐसी समस्या का सामना करने वाले ग्रामवासियों का कहना है सरकार से मिल रही योजनाओं पर पूरा कब्जा ग्राम पंचायत का ही रहा है। पर पशु पक्षियों का भी हक मार कर जिम्मेदारों ने कोई कसर न छोड़ी। ऐसे मे ग्रामवासियों में रोस पनप रहा है।