लखनऊ । मकसद यही है कि विदेशी कंपनियां उत्तर प्रदेश या देश के अन्य राज्यों में अपनी इकाइयां लगाकर निवेश करें, लेकिन सरकार मेहमानों के सामने भारत को ‘जरूरतमंद’ की बजाय सक्षम और उपयोगी पार्टनर के रूप में पेश करना चाहती है। यही वजह है कि डिफेंस एक्सपो-2020 में देश की सामरिक शक्ति की बड़ी झांकी सजाने का निर्णय लिया गया है। आयुध निर्माणी बोर्ड के पांच अत्याधुनिक हथियार दुनिया को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ का दम दिखाएंगे।
आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) मोदी सरकार के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। विभिन्न आयुध निर्माणियों में अब तक कई तोप, रॉकेट लांचर सहित सेना की जरूरत के उपकरण बनाए जा चुके हैं। रक्षा उत्पादों से संबंधित मंचों पर इन्हें प्रदर्शित भी किया गया है। अब ऐसा ही खास मौका है पांच से नौ फरवरी तक राजधानी लखनऊ के वृंदावन सेक्टर में रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा डिफेंस इंडिया एक्सपो।
बोर्ड को एक्सपो में बड़ा स्टॉल दिया गया है, जिसमें कई आयुध निर्माणियां अपने अत्याधुनिक रक्षा उत्पाद प्रदर्शित करेंगी। कानपुर की आयुध निर्माणियों की इसमें खास भूमिका होगी। ऑर्डनेंस डेवलपमेंट सेंटर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया बोर्ड की ओर से चार गन और एक माइन प्रोटेक्टेट व्हीकल प्रस्तुत किया जा रहा है। ऑर्डनेंस फैक्ट्री कानपुर और फील्ड गन फैक्ट्री कानपुर द्वारा विकसित की गई तोप शारंग व धनुष के साथ ही गन कैरिज फैक्ट्री जबलपुर द्वारा माउंटेड गन सिस्टम को प्रदर्शित किया जा रहा है। वहीं, ऑर्डनेंस फैक्ट्री मेडक अपग्रेडेड बीएमपी और अपग्रेडेड एमपीवी लेकर आ रही है। यह सभी हथियार और रक्षा उपकरण अंतरराष्ट्रीय मानक के हैं और इनकी तकनीक ने कई देशों को प्रभावित भी किया है।
ये होंगे आकर्षण
- धनुष तोप : अंतरराष्ट्रीय मानक 155 एमएम 45 कैलिबर की यह गन स्वदेशी तकनीक पर विकसित की गई है। इसका वजन और मारक क्षमता 155 एमएम 39 कैलिबर विदेशी तोप बोफोर्स से ज्यादा है।
- शारंग तोप : ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड द्वारा विकसित शारंग तोप 155 एमएम कैलिबर की है। इसके बैरल की लंबाई 7035 एमएम और वजन 8450 किलोग्राम, जबकि मारक क्षमता 36 किलोमीटर है।
- माउंटेड गन सिस्टम : माउंटेड गन सिस्टम को गन कैरिज फैक्ट्री जबलपुर द्वारा विकसित किया गया है। ट्रक पर तोप लगी है, जो सेना की जरूरत के अनुसार कैसी भी परिस्थिति में ले जाया जा सकता है।
मेडक से आएंगे अपग्रेडेड हथियार
भारतीय सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा उपयोग किए जाने वाले माइन प्रोटेक्टेट व्हीकल (एमपीवी) को आयुध निर्माणी मेडक द्वारा अपग्रेड किया गया। इसके लिए 2016 में दुबई में आयुध निर्माणी बोर्ड को गोल्डन अवार्ड दिया गया था। इसी फैक्ट्री ने इनफैन्ट्री कॉम्बैट व्हीकल पर काम कर अपग्रेडेट बीएमपी विकसित की।