– लामबंद हुए ग्रामीण, महाविद्यालय प्रबंध तंत्र ने की शिकायत
न्यूज वाणी ब्यूरो
चैडगरा/फतेहपुर। जनपद में प्रदूषण दिन प्रतिदिन भयावह रुप दिखाकर आम जनमानस के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन मूकदर्शक की भांति नजर आ रहा है। जहां एक ओर वायु प्रदूषण से दिल्ली एनसीआर सहित देश के बड़े-बड़े प्रदेश व जिले प्रदूषण से आम जनमानस के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए दूषित वायु से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर नित नए प्रयोग कर प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए प्रयासरत है। जिसका दंभ जिला प्रशासन भी भरता है लेकिन धरातल में दावे के अनुरूप स्थिति उल्टी नजर आ रही है। जहां डिग्री कॉलेज के समीप चल रही एक फैक्ट्री मानक को पूरी तरह ताक में रखकर अपने उद्योग से निकलने वाले दूषित वायु के द्वारा आम जनजीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जिसके खिलाफ ग्रामीणों ने आपस में बैठकर समस्या का समाधान निकालने पर चर्चा की। जहां ग्रामीणों ने एक स्वर में कंपनी से निकलने वाले दूषित वायु को बंद कराने को लेकर हुए लामबंद ग्रामीणों का आरोप है कि फैक्ट्री को लाइसेंस एनजीटी मानक के तहत चलाने पर लाइसेंस दिया गया था। जहां फैक्ट्री ने मानक को ताक में रखकर आम जनजीवन, से खिलवाड़ कर रहा है। जिसका बुरा प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। जिसका जीता जागता प्रमाण लोगों के घरों की छतों में मोटी परत प्रदूषण की जमी हुई है। फैक्ट्री का लाइसेंस दिसंबर 2019 तक था। लेकिन बिना नवीनीकरण के ही फैक्ट्री इन दिनों कुछ चर्चित प्रदूषण से संबंधित कर्मचारियों की मिलीभगत से सरपट दौड़ रही है। इस बाबत अभिनव प्रज्ञा महाविद्यालय प्रबंध तंत्र की ओर से प्रमोद सिंह उर्फ बबलू ने बताया कि फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित वायु से महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। जिसकी शिकायत उप जिलाधिकारी बिंदकी के साथ उच्चाधिकारियों से की गई है। यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो फैक्ट्री की शासन से शिकायत की जाएगी।
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