– खामियां मिलने पर खण्ड विकास अधिकारी को लगाई फटकार
रोहित दीक्षित/न्यूज वाणी ब्यूरो
लखनऊ। मोहनलालगंज में शुक्रवार को जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने विकास खण्ड मोहनलालगंज ग्राम पंचायत उतरवा व जबरौली स्थल गोवंशीय पशु आश्रय स्थल का औचक निरीक्षण किया गया। पशु आश्रय स्थल उतरवा व जबरौली में पशुओं का समुचित ढंग से प्रबंधन न पाए जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। पशु आश्रय स्थलों में भूसा इत्यादि की उपलब्धता तथा अन्य अनेक अनियमितताएं पाए जाने देने पर जिलाधिकारी ने ब्लॉक खंड विकास अधिकारी भोलानाथ कनौजिया पंचायत सचिव तथा अन्य संबंधित को कड़ी फटकार लगाते हुए ब्लाक खण्ड विकास अधिकारी भोलानाथ कनोजिया से स्पष्टीकरण प्राप्त करने तथा संतोषजनक स्पष्टीकरण प्राप्त न होने की स्थिति में कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए।
उन्होंने गोवंशीय पशुओं के समुचित प्रबंधन न पाए जाने पर ग्राम पंचायत सचिव से स्पष्टीकरण प्राप्त करने तथा विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा जिन गायों को सुपुर्दगी में दिया गया है। उसका संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराया जाए। पशुओं के भूसे, चारा पानी के प्रबंधन में तथा पशुओं से इकट्ठा होने वाले गोबर इत्यादि का क्या उपयोग किया गया? उसके विक्रय हेतु क्या कार्रवाई की गई? इनसे संबंधित किये जाने वाले आय व्यय का एसडीएम द्वारा सर्वे, जाँचकर का प्रभावी कार्रवाई की जाए। वहीं पशुओं का प्रबंधन शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता बिंदु में शामिल है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत जबरौली में बनी नवनिर्मित अस्थाई गौशाला का भी निरीक्षण किया गया। वहां चारे, पानी आदि का भी जायजा लिया। ग्राम पंचायत जबरौली में बनी अस्थाई गौशाला में वर्तमान में आश्रय स्थल पर 311 अन्ना पशुओं का संरक्षण किया जा रहा था किंतु अब उनमें से कई जानवरों को ग्रामीणों को सुपुर्द कर दिया गया। निरीक्षण में पाई गई अव्यवस्थाओं पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने खण्ड विकास अधिकारी भोलानाथ कन्नौजिया, पशु चिकित्साधिकारी जबरौली आरके गौड़ का स्पष्टीकरण मांग कर वेतन रोकने के साथ ही दिनेश प्रताप सिंह, ग्राम पंचायत अधिकारी, जबरौली को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए।