मुंबई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक बयान के विरोध में शिरडीमें रविवार को बंद बुलाया गया है। इसके बावजूद यहां साई बाबा का मंदिर खुला है। साथ ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगना जारी है। दरअसल, मुख्यमंत्री ठाकरे ने प्रभानी स्थित पथरी को साई बाबा का जन्मस्थान बताया है। इससे पहले वर्ष 2018 में यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी बाबा का जन्मस्थान पथरी को ही बताया था।
9 जनवरी को मुख्यमंत्री ने औरंगाबाद में साईंबाबा के कथित जन्म स्थान पथरी के लिए 100 करोड़ की विकास निधि की घोषणा की। इसके बाद से ही शिरडी में नाराजगी का माहौल है और बंद का ऐलान कर दिया गया। पथरी को लेकर अगर सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेगी तो वो कोर्ट जाएंगे। बंद बुलाने वाले लोगों के अनुसार, साई बाबा ने अपने जन्म और धर्म को लेकर कहीं चर्चा नहीं की न ही उनके चरित्र में इसके बारे में कुछ लिखा है।
वहीं साईं मंदिर के पूर्व ट्रस्टी अशोक खांबेकर ने भी कहा कि साई बाबा ने अपने जन्म व धर्म के बारे में नहीं बताया। वे सर्वधर्म समभाव के प्रतीक थे। उद्धव ठाकरे की ओर से गलत जानकरी दी गई। उन्होंने मुख्यमंत्री को साई सत चरित्र के अध्ययन की सलाह दी।
उन्होने आगे कहा कि साई बाबा के जन्मस्थान को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी बयान दिया था 2018 में जब साईं बाबा समाधि शताब्दी समारोह का उद्धघाटन करने आए थे। राष्ट्रपति ने भी यही कहा था कि साई बाबा का जन्मस्थान पथरी है और इसके विकास के लिए काम करेंगे जिसका उस समय भी काफी विरोध हुआ था।