वाराणसी, हरहुआ क्षेत्र में ‘हाफ कंट्री रेस’ के आयोजन के दौरान रविवार को सुबह युवाओं के बीच भगदड़ मच गई। इस दौरान युवाओं ने जमकर वाहनों में तोड़फोड़ करने के साथ कुर्सियां भी तोड़ीं और जमकर पत्थ्रबाजी भी की। रविवार को काशी कृषक इंटर कालेज मैदान से रिंग रोड तक हाफ मैराथन कार्यक्रम का आयोजन होना था। इसके बाद अन्य आयोजनों के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाना था। इस दौरान आए हुए युवाओं ने सपा नेता रमाकांत यादव सहित अन्य मुख्य अतिथियों को दौड़ा लिया तो सपा नेताओं के बीच भी भगदड़ मच गई। काफी देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह हालात पर काबू पाया।
पहले कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी आना था लेकिन उनका दौरा रद होने के बाद पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव को कार्यक्रम में शामिल होने की जानकारी दी गई। आजमगढ़ के पूर्व सांसद रमाकांत यादव भी पहुंचे थे तो युवाओं ने उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। युवाओं के बीच चर्चा रही कि अखिलेश यादव के न आने और आयोजन में कई खामियाें को लेकर युवाओं में काफी रोष रहा जिसके बाद अफरा तफरी शुरू हुई और आक्रोशित युवाओं ने मौके पर कुर्सियां तोड़कर विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
आयोजन वाहन से हुए फरार
आयोजन के दौरान उपद्रव होने के बाद मुख्य अतिथि सहित आयोजक मौके से फरार हो गए। वहीं सुरक्षा बलों की कमी की वजह से काफी देर तक झड़प होती रही। पुलिस के अनुसार मौके पर सुरक्षा व्यवस्था भी कम रही और युवाओं की संख्या काफी अधिक होने की वजह से विवाद पर काबू पाने में समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। वहीं आयोजन में शामिल होने आए देश विदेश के धावकों में भी काफी हड़कंप की स्थिति रही। युवाओं का आरोप है कि बिना नियम के ही आयोजन में शामिल होने आए लड़कों को दौड़ा दिया गया। लड़कों ने जब अपना पैसा वापस मांगा तो उनका पैसा भी नहीं दिया जा रहा था, जिसके चलते युवाओं ने उत्पात मचाना प्रारंभ कर दिया।
उपद्रव काफी देर तक
कार्यक्रम में शामिल होने आए सपा के नेताओं और पदाधिकायों को दौड़ाने के बाद युवाओं के बीच भगदड़ काफी देर तक मची रही। युवाओं के अनुसार पीछे वाले रास्ते से अतिथि जब भागने लगे तो चर्चा इस बात की रही कि पश्चिम की ओर तरफ कोइराजपुर मोड़ पर उनको घेरा जाएगा, इतना सुनते ही सभी लड़के कोइराजपुर मोड़ की तरफ दौड़ते हुए गए लेकिन पूर्व सपा सांसद रमाकांत का काफिला निर्माणाधीन रिंग रोड से कोरौत पुल की तरफ चला गया। उसके बाद आक्रोशित युवकों की भीड़ दोबारा आयोजन स्थल पर पहुंची और उत्पात शुरू कर दिया गया। दूसरी ओर मौके पर पहुंचे केन्या से आए धावक भी अफरातफरी के बीच फंस गए।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
बवाल होने के बाद कम फोर्स की वजह से बैकफुट पर आई पुलिस ने आखिरकार घंटे भर तक झड़प के बाद मोर्चा संभाला। इस दौरान थानाध्यक्ष बड़ागांव द्वारा युवाओं का पैसा वापस करवाने का आश्वासन दिया गया और कुर्सियां एकत्र करवा कर लोगों से शांत होने की अपील की गई। हालांकि आसपास काफी संख्या में युवाओं की मौजूदगी के बीच पुलिस युवाओं से अनुरोध करती रही कि आप लोग घर जाइए, आप लोगों का पैसा वापस करवा दिया जाएगा।