स्थानीय चिकित्सा व्यवस्था कब सुधरेगी

मिर्जापुर/ ड्रमंड गंज मिर्जापुर क्षेत्र में एकमात्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है जिसमें स्टाफ की बेहद कमी है एक डॉक्टर वहां नियुक्त हैं लेकिन उन्हें तीन जगहों का कार्यभार मिला हुआ है जिस कारण से स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में कम से कम रहते हैं एक फरमासिस्ट नियुक्त हैं उन्हीं के ऊपर पूरा कार्यभार का दायित्व है जांच के लिए कोई भी स्टॉप नियुक्त नहीं है की भी जांच के लिए कोई स्पेशलिस्ट नियुक्त नहीं है काम चलाओ व्यवस्था से काम चलाया जा रहा है स्टाफ की कमी के कारण क्षेत्रीय नागरिकों को भारी अ सुविधाओं का सामना करना पड़ता है इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ऊपर लगभग 20 किलोमीटर का एरिया आता है इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश की सीमाएं भी शामिल है ज्ञात हो यह क्षेत्र बेहद पिछड़ा और दलित बहुल क्षेत्र है कोढ़ में खाज की तरह एक और विशेषता कायम है यह क्षेत्र दुर्घटना बहुल क्षेत्र है आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं मरीजों की हालत गंभीर होती रहती है अभी हाल में एक व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हुई उसका यह भी कारण रहा इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज नहीं हो पाया उसे जिला मुख्यालय ले जाते वक्त उसकी मृत्यु हो गई यदि यहां जीवन रक्षक व्यवस्था होती तो उसकी और असमय मृत्यु नहीं होती इसके अतिरिक्त स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वयं अनगिनत लोगों का केंद्र है केंद्र के मध्य में एक खुला नाला बहता है जो अनेक रोगों का जनक है इस बारे में भी कई बार स्थानीय शासन और प्रशासन को जानकारी दी गई है फिर भी उस नाले को ढकने का कार्य नहीं किया गया है जगह जगह पर गंदगी व झाड़ियां फैले हुए हैं सफाई की कोई व्यवस्था ना होने के कारण जहरीले जीव जंतुओं से जानलेवा खतरा किसी वक्त उत्पन्न हो सकता है इस अव्यवस्था के कारण क्षेत्र में भारी आक्रोश व्याप्त है स्थानीय जनता स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से मांग करती है कि अतिशीघ्र इस समस्या का समाधान करें नहीं तो क्षेत्रीय जनता आंदोलन को बाध्य होगी

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