रियाद. सऊदी अरब ने उन सभी रिपोर्ट्स को नकार दिया है, जिनमें कहा गया है कि 2018 में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक वॉट्सऐप मैसेज के जरिए अमेजन के मालिक जेफ बेजोस का फोन हैक कर लिया था। सऊदी शासन ने कहा है कि यह खबरें बकवास हैं। हम इन दावों के खिलाफ जांच की मांग करते हैं, ताकि सभी तर्कों को ठीक ढंग से पेश किया जा सके। दरअसल, प्रिंस सलमान पर आरोप है कि उन्होंने फोन हैक कर बेजोस के फोन से अहम डेटा निकाल लिया था
कैसे हुआ खुलासा?
एक दिन पहले ही ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि 2018 में बेजोस के फोन पर सऊदी प्रिंस के पर्सनल वॉट्सऐप नंबर से मैसेज भेजा गया था। इस मैसेज में कई ऐसी वायरस फाइलें थीं, जिनसे बेजोस का फोन हैक हो गया। गार्जियन के मुताबिक, इस बात का खुलासा डिजिटल फॉरेंसिक एनालिसिस की रिपोर्ट में हुआ है। इसमें पाया गया कि एक वीडियो की वजह से बेजोस के फोन की सिक्योरिटी टूट गई थी।
सूत्रों ने दावा किया है कि 1 मई 2018 को बेजोस और प्रिंस सलमान के बीच काफी बातें हुई थीं। इसी बीच प्रिंस सलमान के अकाउंट से खराब फाइल बेजोस के अकाउंट में भेजी गई। बताया गया है कि दोनों के बीच बातों के कुछ ही घंटों के अंदर बेजोस के मोबाइल से काफी अहम डेटा खुफिया तरीके से निकाल लिया गया। अभी यह साफ नहीं है कि जिन फाइल्स को निकाला गया, उसमें क्या था। इस खुलासे के बाद से ही माना जा रहा है कि सऊदी प्रिंस निजी तौर पर बेजोस की जानकारी निकालने में शामिल रहे।
अमेजन ने मामले पर बोलने से इनकार किया
सऊदी अरब शासन और अमेजन के बीच रिश्तों में खटास 2018 में शुरू हुई। बेजोस अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के मालिक हैं। प्रिंस सलमान पर आरोप है कि उनके आदेश पर ही सऊदी शासन ने वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कर दी थी। इसके बाद बेजोस और प्रिंस सलमान के रिश्ते खराब हुए। अमेजन प्रमुख के सिक्योरिटी चीफ ने खशोगी की हत्या के बाद कहा था कि सऊदी के पास बेजोस के फोन का एक्सेस था और हैकिंग के जरिए उसने बेजोस की कई निजी जानकारियां चुरा लीं। हालांकि, अमेजन ने अब तक इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है।
खशोगी अमेरिकी समाचार पत्र वॉशिंगटन पोस्ट के कॉलमिस्ट थे। उन्हें आखिरी बार 2 अक्टूबर को इस्तांबुल के सऊदी अरब के दूतावास के बाहर देखा गया था। वह वहां अपनी शादी के लिए जरूरी कागजात लेने गए थे। तुर्की के सबा अखबार ने दावा किया था कि सऊदी अरब से एक हिट टीम ने जमाल खशोगी को रियाद ले जाने का बहाना किया। लेकिन जब खशोगी नहीं माने तो दूतावास में ही उनका चेहरा ढंककर दम घोंट दिया गया।