गुजरात।अहमदाबाद के राजकोट में 30 वर्षीय दलित युवक मुकेश वाणिया की मौत मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए गुजरात सरकार को नोटिस भेजा है। चोरी के संदेह में फैक्टरी मालिक व उसके साथियों ने कचरा बीनने वाले मुकेश और उसकी पत्नी की पिटाई की थी। पिटाई से मुकेश की मौत हो गई। आयोग ने सरकार से चार सप्ताह में एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगी है। मुख्य सचिव डॉ जेएन सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजकोट में दलित युवक को पीटकर मार डालने की घटना पर संज्ञान लेते हुए सरकार से रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार ने इससे पहले ही आरोपियों की धरपकड़ करने के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजे का एलान कर दिया है। सुरेन्द्रनगर के लीम्बडी गांव निवासी मुकेश वाणिया पत्नी व दो बच्चों के साथ एक सप्ताह पहले ही राजकोट में काम की तलाश में गया था।गत रविवार को राजकोट में एक फैक्टरी के पास कचरा उठाते समय मालिक व उसके साथियों ने चोरी के शक में मुकेश व उसकी पत्नी को खूब पीटा। जिससे मुकेश की मौत हो गई। पुलिस अब तक फैक्टरी मालिक सहित 4 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है तथा एक नाबालिग को बाल अदालत में पेश किया है। इस बीच, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को नोटिस भेजकर चार सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।