– विकास भवन में जिलाधिकारी अफसरों के साथ करेंगे बैठक
– वर्ष 2019 में 343 कुष्ठ रोगी हुए रोग मुक्त, 227 का चल रहा इलाज
न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। कुष्ठ रोग उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग संजीदा है और समय समय पर अभियान चलाकर कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उनका निशुल्क इलाज भी कराया जाता है। इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के अंतर्गत जनपद मंव तीस जनवरी से 13 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में घर घर जाकर लोगों के हाथ, पैर नसों तथा त्वचा की जांच करेंगी और कुष्ठ रोग के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। ताकि इस रोग की चपेट में आने से लोगों को बचाया जा सके।
जिला कुष्ठ अधिकारी मनोज कांत सिन्हा ने बताया कि राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यकम के अंतर्गत जिले में कुष्ठ रोगियों के खोजने का अभियान 30 जनवरी से 13 फरवरी 2020 तक चलाया जाएगा। जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि यह कुष्ठ रोग के विरूद्ध युद्ध है। इस रोग के सफाई को लेकर स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान मेें स्वास्थ्य विभाग सहित आशा, एएनएम को लगाया गया है जो घर घर जाकर लोगों को इस रोग के प्रति एक तरफ जहां जागरूक करेंगी वहीं रोगियों की पहचान कर उनका इलाज कराया जाएगा। डिप्टी डीएलओ डा संजय कुमार ने बताया कि वर्ष 2019 में चलाए गए अभियान में 343 कुष्ठ रोगी रोगमुक्त कराए गए थे। इसके अलावा 227 मरीजों का निशुल्क उपचार कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को विकास भवन में जिलाधिकारी अभियान की शरूआत करेंगे। इसके बाद ब्लाक स्तर पर कुष्ठ रोगियों को चिन्हित कर उनका इलाज कराया जाएगा।
बोेले मरीज मिल रहा आराम
जिला कुष्ठ अस्पताल आए सनगांव निवासी 34 वर्षीय विनोद ने बताया कि उनके हाथ पैर में सून रहता था और चमडी में कई जगह दाग था। जिला अस्पताल इलाज कराए आए तो उन्होंने कुष्ठ विभाग भेज दिया अब वह इलाज करा रहे हैं और आराम है। इसी प्रकार बिंदकी से आई 65 वर्षीय राजरानी ने बताया कि दो महीने से शरीर में चकत्ते थे तो पहले झोलाछाप से इलाज कराया लेकिन कोई आराम नहीं मिला। इसके बाद जिला अस्पताल आए तो डाक्टर ने कुष्ठ विभाग रेफर किया अब दवाएं चल रही है और पहले से आराम भी है।
कुष्ठ रोग होने का कारण
जिला कुष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह रोग माइक्रो बैक्टीरिया लेप्रे नामक जीवाणु द्वारा फैलता है। यह छुआछूत की बीमारी नहीं है और यह लोगों के साथ खाने पीने उठने बैठने सोने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता है।
कुष्ठ रोग के लक्षण
शरीर के चमडी पर हल्के रंग का समतल या उभरा हुआ दाग, चमडी का वह भाग जिसमें सूनापन हो, दाग चकत्ता जिसमें पसीना न आता हो, हाथ पैर के नसों में मोटापन, सूजन तथा झनझनाहट तथा हाथ एवं पैर के तलवे में सूनापन हाथ और पैर में अपने आप छालों का पडना हाथ पैर की उंगलियों में टेढापन तथा हाथ एवं पैर से पूरी क्षमता से काम न हो पाना यह कुष्ठ रोग का लक्षण है।
कुष्ठ रोग से बचाव के उपाय
जिला कुष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुष्ठ रोग से डरने की आवश्यकता नहीं है। यह एक सामान्य रोग है जो एमडीटी की दवा खाने से पूरी तरह से ठीक हो जाता है। यदि किसी को कुष्ठ रोग की आशंका हो तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच करवा सकते है। इसका पूरी तरह से निशुल्क इलाज किया जाता है।
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