1 जून से 20 सिटी बसों में इस्तेमाल –चोइथराम मंडी के वेस्ट टू बायो गैस प्लांट में 20 टन जैविक कचरे से रोज एक हजार किलो गैस तैयार होना है। अभी ट्रायल के लिए 150 से 200 किलो गैस तैयार की जा रही है। इस प्लांट से शुरुआत में 20 सिटी बसों को मिथेन गैस दी जाएगी। अगले तीन-चार दिन तक एक ही सिटी बस में ट्रायल किया जाएगा।इसके बाद संख्या बढ़ाई जाएगी।

प्लांट तैयार करने वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी का एआईसीटीएसएल के साथ करार हो गया है। 1 जून से सीएनजी के मुकाबले 5 रुपये कम में मिथेन गैस सिटी बसों को मिलना शुरूहोना बताया गया है। कंपनी को पेट्रोलियम और एक्सप्लोसिव विभाग की अनुमति भी चार दिन पहले मिली है। ऐसे में कंपनी अपने पंप से ईंधन की सप्लाई शुरू कर सकती है।

यात्रियों की प्रतिक्रिया –सिटी बस में सीएनजी के बजाय ग काफीसब्जी और फल के कचरे से बनी गैस का इस्तेमाल होने का प्रयो अच्छा है। सफाई में इंदौर के अव्वल आने के बाद यह बेहतर कदम है।-रचना जायसवालयह कदम सराहनीय है। शहर के अन्य सीएनजी वाहनों को भी इस गैस का उपयोग करना चाहिए।-साक्षी मिश्राडीजल-पेट्रोल से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण बढ़ता है। ऐसे में यह प्रयोग पर्यावरण हितैषी है। पहली बार शहर में फल व सब्जी के कचरे का सही प्रयोग किया जा रहा है।-मानस जैनअगर मिथेन 5 रुपये सस्ती है तो ऐसी बसों का किराया भी कम करना चाहिए। इससे ज्यादा से ज्यादा यात्री सफर करना पसंद करेंगे।-शीला मेवाती शुक्रवार से हमने मिथेन गैस का ट्रायल एक सिटी बस में शुरू किया है। जल्द ही अन्य बसों में सीएनजी की जगह मिथेन का उपयोग करेंगे। 1 जून से 20 सिटी बसों का मिथेन से संचालन शुरू हो जाएगा।