– दबंगो की दबंगई के कहर से किसान के परिवारजनों की हालत गंभीर
– थाना पुलिस ने नहीं करवाया चिकित्सकीय परीक्षण और न ही लिया प्रार्थना पत्र
न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। जनपद के औंग थाना क्षेत्र के औसेरीखेड़ा गांव में दबंगो का कहर बेबस परिवारजनों के ऊपर लाठी डंडो से बरपा। वारदात जमीन एवं शौचालय बनाने की जगह को लेकर था। जिसमे पीड़ित पक्ष मुंशीलाल की जमीन को गांव के रहने वाले दबंगो द्वारा दबंगई से कब्जा कर जोता बोया जा रहा है एवं उक्त पीड़ित पक्ष के शौचालय बनाने की जगह पर भी कब्जा जताने का विरोध करने पर दबंगो द्वारा लाठी डंडो से पिटाई की गई जिसके फलस्वरूप पीड़ित, उसकी पत्नी एवं बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार औंग थाना क्षेत्र के औसेरीखेड़ा ग्राम निवासी पीड़ित मुंशी लाल एवं उनके परिवारीजनों के ऊपर गांव के ही कुछ दबंगो का कहर तब टूट पड़ा जब उनकी दबंगई का विरोध उक्त पीड़ितों ने किया। दरअसल मामला जमीनी विवाद को लेकर उपजा था। पीड़ित मुंशीलाल अपनी पत्नी भोली, पुत्र मुकेश व पुत्री नेहा के साथ किसानी कर अपना जीवन यापन करते है। उक्त पीड़ित की जमीन पर दबंग रामखेलावन ने कब्जा कर रखा था जिसका वाद तहसील बिंदकी में कारित है। जिस पर उक्त दबंग द्वारा लगातार पीड़ित पक्ष पर सुलह दबाव बनाया जा रहा था। विरोध करने पर 31 जनवरी को समय करीब 05 बजे भोली खेतो से वापस आ रही थी। रास्ते मे खुलेआम बेखौफ दबंगो बहादुर, बाबूराम, रामखेलावन, जगदीश राममिलन, महेंद्र, गुड्डन, सन्नो आदि ने घात लगाकर भोली को लाठी डंडो लात घूसों से मारना शुरू कर दिया। शोर सुनकर भोली के पुत्र पुत्री एवं पति वहाँ पहुचे और बचाव की कोशिश की तो उपरोक्त दबंगो ने उनकी भी जोरदार पिटाई कर दी। जिसके फलस्वरूप उपरोक्त सभी बुरी तरह से घायल हो गए। जिसकी सूचना पर पीआरबी ने सभी पीड़ितों को एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराया किन्तु उपरोक्त प्रकरण की लिखित सूचना जब पीड़ित पक्ष द्वारा थाना पुलिस को दी गयी तो थाना पुलिस द्वारा उपरोक्त दबंगो के आवेश में आकर प्रार्थना पत्र फाड कर फेंक दिया गया। अभद्रता से बात कर डांट कर उन्हें वहाँ से भगा दिया गया। मुंशीलाल के घर में प्रातः 4 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। जिस समय आग लगी उस समय घर में मुंशीलाल का 11 वर्षीय पुत्र छोटू व 7 वर्षीय पुत्री राधा देवी अंदर सो रहे थे। आग की लपटें देख गांव के लोग मुंशीलाल के घर की ओर दौड़े और दोनों को सकुशल बाहर निकाल लिया। छप्पर के नीचे दो पड़वा व 6 भैंसे बंधी थी जिन्हें ग्रामीणों ने खूंटे तोड़कर बाहर निकाला गांव के लोगों ने बगल में लगे कृपाल के निजी नलकूप को चलाकर 2 घंटे कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया लेकिन तब तक घर में रखा गृहस्थी का सामान अनाज कपड़े बर्तन साईकिल सहित लगभग दो लाख रुपए कीमत का सामान जलकर राख हो गया। जहां एक पक्ष सदर अस्पताल में पहुंच गया है वही दूसरा पक्ष थाने में मौजूद है।